पीएम मोदी ने इस बार परीक्षा पे चर्चा 2025 कार्यक्रम का आयोजन किसी बंद ऑडिटोरियम में नहीं बल्कि सुंदर नर्सरी के खूबसूरत प्राकृतिक वातावरण में किया। यह PPC का 8वां एडिशन था।
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत पीएम मोदी ने बच्चों को तिल लड्डू खिलाकर किया। साथ ही सर्दियों में तिल खाने, पौष्टिक भोजन और सूर्य स्नान का महत्व भी समझाया।
पीएम मोदी ने नींद, पोषण के महत्व को समझाते हुए पीपीसी की शुरुआत रोचक तरीके से की। इस बीच छात्रों के प्रश्नों का जवाब देते हुए माता-पिता और टीचर्स से कई अपील भी की।
जानिए परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम 2025 में छात्रों की ओर से पूछे गये 10 महत्वपूर्ण प्रश्न और पीएम मोदी के शानदार जवाब।
जवाब: नियमित अभ्यास करें। कई बार हम ऐसे सवालों पर ज्यादा समय बर्बाद कर देते हैं, जिन पर ज्यादा भरोसा नहीं होता। उत्तरों का बार-बार अभ्यास करें, ताकि तय समय पर उत्तर पूरा कर सकें।
पीएम मोदी का जवाब: सबसे पहले उनकी बात ध्यान से सुनें। फिर अपनी बात इस तरह रखें कि वे उसे समझ सकें। समाधान पूछें, इससे वे भी विचार करेंगे और आपकी भावनाओं को समझने का प्रयास करेंगे।
जवाब: टेक्नोलॉजी से डरना नहीं चाहिए। यह आपके लिए एक बड़ा अवसर है। इसे समझें, सीखें और सही तरीके से उपयोग करें। टेक्नोलॉजी से भागना हल नहीं है, बल्कि इसे अपने विकास का साधन बनाएं।
जवाब: असफलता से घबराएं नहीं, इसे अपने शिक्षक के रूप में देखें। जो असफल होते हैं, वे दोबारा परीक्षा देकर सफल होते हैं। परीक्षा के नंबर ही सबकुछ नहीं हैं, जीवन सबसे महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी का जवाब: आपने 93% हासिल किए, यह असफलता नहीं बल्कि सफलता है। लक्ष्य हमेशा अपनी ताकत के अनुसार तय करें। यदि आप 97% का लक्ष्य रखते हैं, तो 95% पाना संभव होगा।
माता-पिता अपने बच्चों की तुलना किसी और से न करें। हर बच्चे में एक अनोखी प्रतिभा होती है, उसे पहचानें और प्रोत्साहित करें। टीचर्स को भी सभी छात्रों को समान अवसर देने चाहिए।
नींद, पौष्टिक आहार और सूर्य स्नान को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। तनाव से बचने के लिए गहरी सांस लें, सुबह 10 मिनट धूप में खड़े हों और खुद को रिलैक्स करने का समय दें।
पीएम मोदी का जवाब: एक पेपर पर लिखें कि अगले दिन क्या करना है। आसान विषयों पर ज्यादा समय न दें, बल्कि कठिन विषयों को प्राथमिकता दें। खुद को चुनौती दें और समय का स्मार्ट उपयोग करें।
पीएम मोदी का जवाब: अपनी भावनाएं अपने परिवार या दोस्तों से साझा करें। जब हम अपनी परेशानियों को बोलकर व्यक्त करते हैं, तो मन हल्का होता है। अपने डर से लड़ें, खुद पर भरोसा रखें।
पीएम मोदी का जवाब: सिर्फ पढ़ाई ही जीवन नहीं है। खेल, कला, संगीत जैसे शौक भी जरूरी हैं। अगर आप अपने पसंदीदा काम भी करेंगे, तो पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। संतुलन बनाना जरूरी है।