राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पीएम मोदी के बारे में कहा कि वे जन्मजात ओबीसी नहीं थे, वे जेनरल थे और पीएम बनने के बाद उन्होंने अपनी जाति को ओबीसी में तब्दील कर दिया।
2014 में जब पहली बार मोदी ने खुद को पिछड़ा वर्ग का बताया था तो इस पर बहुत विवाद हुआ था। कांग्रेस का आरोप था कि मोदी ने सत्ता में आने के बाद अपनी जाति को ओबीसी में शामिल करा दिया।
तब गुजरात सरकार ने कहा था कि घांची (तेली) समाज को 1994 से गुजरात में ओबीसी का दर्जा मिला था औ नरेंद्र मोदी घांची जाति के हैं।
उस सयम कांग्रेस नेता शंक्ति सिंह गोहिल ने आरोप लगाया था कि मोदी 2001 में मुख्यमंत्री बने और राजनीतिक लाभ लेने के लिए 2002 में अपनी जाति को पिछड़ी जाति में डाल दिया।
पीएम मोदी का जन्म 17 सितम्बर 1950 को गुजरात के एक छोटे से शहर में हुआ था। उनका परिवार अन्य पिछड़ा वर्ग से था जो समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों में से एक है।
वह एक गरीब लेकिन प्यारे परिवार में पले-बढ़े। जीवन की प्रारंभिक कठिनाइयों ने न केवल कड़ी मेहनत का मूल्य सिखाया बल्कि उन्हें आम लोगों की पीड़ाओं से भी अवगत कराया।
परेशानियों ने उन्हें बहुत कम उम्र से ही लोगों और राष्ट्र सेवा में समर्पित होने के लिए प्रेरित किया। शुरुआती वर्षों में RSS के साथ बाद में भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ गये।
मोदी ने गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए की पढ़ाई पूरी की है।
वह फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, साउंड क्लाउड, लिंक्डइन, वीबो और अन्य मंचों सहित सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर बहुत सक्रिय हैं।
राजनीति से परे नरेंद्र मोदी को लिखना पसंद है। उन्होंने कविता समेत कई किताबें लिखी हैं। वह अपने दिन की शुरुआत योग से करते हैं। उन्हें कई अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।