अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठाते हुए उनकी BA और MA डिग्रियों की सत्यता को लेकर बयान दिया था।
केजरीवाल ने मांग की थी कि पीएम मोदी की डिग्रियों को सार्वजनिक किया जाए, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और जनता को उनकी शिक्षा के बारे में सही जानकारी मिले।
अरविंद केजरीवाल का बयान राजनीतिक चर्चा का केंद्र बना। मामला मानहानि का बना और कोर्ट तक बात पहुंच गई। इस बीच जानिए पीएम मोदी की एजुकेशनल क्वालिफिकेशन के बारे में।
नरेंद्र मोदी ने प्रारंभिक शिक्षा गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में पूरी की। फिर भक्तिनगर हाई स्कूल से पढ़े, जहां वे वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए जाने जाते थे।
पीएम मोदी ने डीयू से राजनीति विज्ञान में BA की डिग्री 1978 में स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से पूरी की। भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय संबंध और राजनीति विज्ञान जैसे विषय शामिल थे।
नरेंद्र मोदी ने गुजरात विश्वविद्यालय से 1983 में राजनीति विज्ञान में MA की डिग्री ली। उनकी विशेषज्ञता पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में थी। राजनीति सिद्धांत और प्रशासनिक तंत्र पर जोर था।
नरेंद्र मोदी को स्वाध्याय का शौक है, वे विभिन्न विषयों पर पढ़ते और नई जानकारियां जुटाते रहते हैं। उनकी सीखने की यह ललक औपचारिक शिक्षा से परे जाकर उनके नेतृत्व को मजबूत करती है।
नरेंद्र मोदी ने एमए के बाद कोई औपचारिक उच्च शिक्षा या डॉक्टरेट की डिग्री हासिल नहीं की है। उनकी राजनीति विज्ञान में शिक्षा ने उनकी राजनीतिक विचारधारा को गहराई से प्रभावित किया है।
स्कूल के दिनों से ही मोदी को राजनीतिक विचारधारा पर आधारित किताबें पढ़ने का शौक रहा। भाषण देने की कला का विकास भी स्कूल से ही हुआ, जो राजनीतिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
नरेंद्र मोदी ने शिक्षा के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई और राजनीतिक गतिविधियों में भी भाग लिया, जो उनकी शिक्षा के प्रति दृढ़ संकल्प को बताती है।