प्रशांत किशोर देश के जाने-माने राजनितिक रणनीतिकार और नेता हैं। BPSC परीक्षा को लेकर प्रशांत किशोर पटना में आमरण अनशन पर बैठे थे। जिनका अनशन तुड़वाने पुलिस मौके से उठा कर ले गई।
प्रशांत किशोर इन दिनों न्यूज और सोशल मीडिया में छाए हुए हैं। प्रशांत किशोर अपने वैनिटी वैन को लेकर भी इनदिनों चर्चा में बने हुए हैं।
देश की राजनीति में प्रशांत किशोर एक बड़ा चेहरा बन कर उभरे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रशांत किशोर कितने पढ़े-लिखे हैं। जानिए पूरी डिटेल।
प्रशांत किशोर की शुरुआती पढ़ाई बक्सर में हुई, जहां उनके पिता डॉक्टर के रूप में कार्यरत थे। यही से उन्होंने 10वीं तक की शिक्षा पूरी की।
10वीं के बाद प्रशांत ने 2 साल तक पढ़ाई छोड़ दी। इसके बाद ग्रेजुएशन के दौरान तबियत खराब होने के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई फिर से बीच में छोड़नी पड़ी।
प्रशांत किशोर ने 12वीं के बाद पटना साइंस कॉलेज में दाखिला लिया। गणित में उनकी गहरी रुचि थी, लेकिन उन्होंने IIT के बजाय अन्य विकल्प चुने।
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में स्टैटिस्टिक्स विषय चुना। हालांकि, तबियत खराब होने के कारण वह अपनी ग्रेजुएशन पूरी नहीं कर सके और घर लौट आए।
ग्रेजुएशन अधूरी रहने के बाद प्रशांत लखनऊ और फिर हैदराबाद गए, जहां उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी की।
पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रशांत किशोर ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के साथ काम किया। उन्होंने कई देशों में अलग-अलग पदों पर अपनी सेवाएं दीं।
UN में काम करने के बाद प्रशांत किशोर ने राजनीति में कदम रखा और एक सफल राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में उभरे।
गांधी जयंती (2 अक्टूबर) के दिन प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी 'जन सुराज' का गठन किया। वे वर्तमान में बिहार में राजनीतिक सुधार और युवाओं के हितों के लिए सक्रिय हैं।