सहारा ग्रुप प्रमुख सुब्रत रॉय का 14 नवंबर को 75 साल की उम्र में निधन हो गया। मेटास्टेटिक कार्सिनोमा, हाई ब्लड प्रेशर से संघर्ष के बाद कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट से मृत्यु हो गई।
बिहार के अररिया में 10 जून 1948 को जन्मे सुब्रत रॉय इंडियन बिजनेस लैंडस्केप में प्रमुख व्यक्ति थे। उन्होंने सहारा इंडिया परिवार की स्थापना की। कर्मचारी उन्हें सहारा श्री कहते थे।
सुब्रत रॉय ने फाइनेंस, हाउसिंग, मैन्युफैक्चरिंग, एविएशन और मीडिया जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपने बिजनेस का विस्तार किया और एक घरेलू नाम बन गए।
सुब्रत रॉय का उद्यम न्यूयॉर्क के प्लाजा होटल और लंदन के प्रतिष्ठित ग्रोसवेनर हाउस सहित ऐतिहासिक वैश्विक संपत्तियों का मालिक बन गया।
सुब्रत रॉय के नेतृत्व में सहारा ने भारतीय क्रिकेट और हॉकी टीमों को भी स्पॉन्सर्ड किया और एक फॉर्मूला वन रेसिंग टीम का स्वामित्व किया।
लगभग दो दशक पहले सुब्रत रॉय के दो बेटों की शादियां आज भी भारत में देखी गई सबसे बड़ी पार्टियों में से एक हैं। वह लखनऊ में रहते थे।
अपने कार्यकाल में सुब्रत रॉय ने सहारा समूह को अरबों डॉलर का इंटरप्राइज बना दिया था, जो देश के सबसे बड़े एम्पलॉयर में गिना जाता था।
सुब्रत रॉय को राजनीति और बॉलीवुड के क्षेत्र में प्रसिद्ध और शक्तिशाली लोगों के बीच दोस्त बनाने के लिए भी जाना जाता था।
रॉय 2014 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार हुए क्योंकि अपनी कंपनियों द्वारा इनवेस्टर्स को 20000 करोड़ से अधिक वापस न करने के कारण अवमानना मामले में कोर्ट में पेश नहीं हुए थे।
बाद में सुब्रत रॉय को जमानत मिल गई, लेकिन उनके विभिन्न व्यवसायों के लिए परेशानियां जारी रहीं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 1978 में सुब्रत रॉय गोरखपुर में स्कूटर पर अपने दोस्त के साथ बिस्कुट और नमकीन की बिक्री करते थे।
सुब्रत रॉय ने अपने दोस्त के साथ छोटे कारोबार की शुरुआत की। धीरे-धीरे इस कारोबार को 2 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा दिया।
अपने इसी दोस्त के साथ रॉय ने एक चिटफंड कंपनी की शुरू की। जिससे भारत का मध्यम परिवार इतना प्रभावित हो गया कि लोग उनकी कंपनी में इन्वेस्ट करने के लिए तैयार हो गये।