Education

सुधा मूर्ति छोटे शहर की वह लड़की,जिसने महिलाओं के लिए तय सीमाएं पार की

Image credits: social media

लैंगिक भेदभाव का सामना किया

पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित सुधा मूर्ति दुनिया भर की महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं। लेकिन आज वह जहां हैं वहां ​​पहुंचने के लिए उन्हें कड़े संघर्ष, लैंगिक भेदभाव का सामना करना पड़ा।

Image credits: social media

टेल्को की एंपलॉयमेंट पॉलिसी बदली

एक इंजीनियर के रूप में सुधा मूर्ति ने जेआरडी टाटा को एक पत्र लिखा था जिसने टेल्को की एंपलॉयमेंट पॉलिसी को बदल दिया। 

Image credits: social media

इतिहास रचने वाली महिला

तब उन्हें नहीं पता था कि वह इतिहास रचेंगी और लाखों भारतीयों के लिए एक आइकन बन जाएंगी। 

Image credits: social media

इन्फोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष

एक पुरस्कार विजेता लेखिका, इन्फोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष और एक सामाजिक कार्यकर्ता सुधा मूर्ति के नाम से भारत में लगभग हर कोई परिचित है।

Image credits: social media

ग्रेजुएट होने के बाद नौकरी की तलाश

लगभग आधी सदी पहले जब मूर्ति कॉलेज से स्नातक होकर निकली थी, तब उन्होंने नौकरियों की तलाश शुरू कर दी थी।

Image credits: social media

टाटा ग्रुप में नौकरी के लिए एड

उपयुक्त नौकरियों की तलाश में उसे टाटा ग्रुप में नौकरी के लिए एक विज्ञापन मिला, जिसमें लिखा था - 'महिला उम्मीदवारों को आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।'

Image credits: social media

जेआरडी टाटा को लिखा लेटर

इससे वह नाराज हो गईं और उन्होंने इसे सीधे जेआरडी टाटा को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा, जो टाटा ग्रुप के प्रमुख थे।

Image credits: social media

लेटर में लिखी ये बात

उन्होंने लिखा- महान टाटा हमेशा अग्रणी रहे हैं। जिन्होंने भारत में लोहा और इस्पात, रसायन, कपड़ा और लोकोमोटिव जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री शुरू किए।

Image credits: social media

आगे लिखा...

उन्होंने 1900 से भारत में हायर एजुकेशन की देखभाल की है और वे इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ साइंस की स्थापना के लिए जिम्मेदार थे। सौभाग्य से, मैं वहां पढ़ती हूं। लेकिन

Image credits: social media

जॉब के लिए इंटरव्यू

मुझे आश्चर्य है कि टेल्को जैसी कंपनी जेंडर भेदभाव कैसे कर रही है। 10 दिन बाद उन्हें एक टेलीग्राम मिला जिसमें कंपनी की पुणे फैसलिटी में जॉब के लिए इंटरव्यू देने के लिए कहा गया।

Image credits: social media

महिलाओं के लिए तय सीमाओं को तोड़ा

पुणे की इस जर्नी और साक्षात्कार ने उनके जीवन की दिशा बदल दी और वह टेल्को में काम करने वाली पहली महिला इंजीनियर बन गईं। मूर्ति ने बार-बार महिलाओं के लिए तय सीमाओं को तोड़ा।

Image credits: social media

कड़ी मेहनत और खुद पर विश्वास

सबसे ज्यादा बिकने वाली लेखिका, इन्फोसिस की चेयरपर्सन से लेकर राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने तक, वह कहती हैं-मैंने हमेशा कड़ी मेहनत करने और खुद पर विश्वास रखने में विश्वास किया है।

Image credits: social media