वीरेंद्र सहवाग भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और अपने दमदार खेल के लिए मशहूर हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। उनकी सफलता के पीछे हर कदम पर उनका साथ दिया—उनकी पत्नी, आरती अहलावत ने।
आरती का जीवन वीरेंद्र से अलग भी उतना ही प्रेरणादायक और संघर्षों से भरा रहा है। आइए जानते हैं उनके जीवन, करियर और रिश्ते से जुड़ी अहम बातें।
16 दिसंबर 1980 को नई दिल्ली में जन्मीं आरती अहलावत ने अपनी पढ़ाई लेडी इरविन सेकेंडरी स्कूल और भारतीय विद्या भवन से की।फिर DU के मैत्रेयी कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा किया।
आरती एक सफल बिजनेसवुमन हैं और चार कंपनियों की डायरेक्टर हैं, जिनमें Eventura Creations और AVS Healthcare शामिल हैं। उनके ये उद्यम उनकी कड़ी मेहनत और आत्मनिर्भरता का सबूत हैं।
वीरेंद्र और आरती पहली बार एक शादी में मिले थे, तब आरती सिर्फ 5 साल की थीं और वीरेंद्र 7 साल के। धीरे-धीरे ये दोस्ती प्यार में बदली। दोनों ने साल 2004 में शादी कर ली।
वीरेंद्र सहवाग और आरती अहलावत की शादी में परिवार की ओर से कुछ आपत्तियां थीं, क्योंकि दोनों रिश्ते में दूर के परिवार वाले थे। लेकिन उनके प्यार ने हर चुनौती को पार किया।
आरती और वीरेंद्र के दो बेटे हैं- आर्यवीर (2007 में जन्म) और वेदांत (2010 में जन्म)। दोानों पिता की तरह बेहतरीन क्रिकेटर के रूप में उभर रहे हैं। और क्रिकेट में ही करियर बना रहे हैं।
आरती अहलावत को एक बार उनके बिजनेस पार्टनर्स ने उनके दस्तखत फर्जी तरीके से कर ₹4.5 करोड़ का लोन लिया। आरती ने इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की और अपनी मजबूत इरादों का परिचय दिया।
हाल ही में यह खबरें आई हैं कि वीरेंद्र और आरती पिछले एक साल से अलग रह रहे हैं। सोशल मीडिया पर दोनों ने एक-दूसरे को अनफॉलो कर दिया है। इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
आरती सिर्फ वीरेंद्र सहवाग की पत्नी होने तक सीमित नहीं हैं। उन्होंने अपने संघर्षों, प्रोफेशनल सफलता और व्यक्तिगत जीवन के संतुलन से एक अलग पहचान बनाई है।