नीट 2024 रिजल्ट में 1,563 कैंडिडेट को ग्रेस मार्क्स दिये गये थे। जिसके कारण इन कैंडिडेट्स की मार्क्स में बड़ा अंतर हुआ और ग्रेस मार्क्स के कारण 67 कैंडिडेट टॉपर्स लिस्ट में आ गये।
नीट टॉपर्स लिस्ट के 67 कैंडिडेट्स में 44 को ग्रेस मार्क्स के कारण फायदा हुआ वहीं एक ही सेंटर के 6 कैंडिडेट्स जिन्हें टाइम लॉस की वजह से ग्रेस मार्क्स मिला वे भी इसमें आ गये।
नीट ग्रेस मार्क्स एनटीए का वह ऑप्शन है जब परीक्षा केंद्र पर किसी कारण से आंसरशीट देरी से मिलने, कोई लापरवाही होने के कारण स्टूडेंट्स को दिये जा सकते हैं। फैसला एजेंसी का होता है।
नीट रिजल्ट ग्रेस मार्क्स मामले में करीब 1,500 छात्रों को ग्रेस मार्क्स के रूप में 70-80 मार्क्स रैंडमली दिये गये थे। जिसे कोर्ट के सामने एनटीए की ओर से गलत माना गया।
ग्रेस मार्क्स और 5 मई को आयोजित नीट एग्जाम 2024 में पेपर लीक के आरोपों के साथ कई याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दायर की गईं थी। जिसमें से ग्रेस मार्क्स मामले पर फैसला आ गया।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1,563 कैंडिडेट का रिजल्ट रद्द कर दिया गया है और उनके लिए 23 जून को दोबारा परीक्षा आयोजित होगी।
कैंडिडेट जो दोबारा परीक्षा नहीं देना चाहते तो उन्हें बिना ग्रेस मार्क्स अपने रिजल्ट को मानना होगा। यानि किसी को ग्रेस मार्क्स से 715 अंक मिले हैं, तो बिना उसके अंक 640 ही हैं।
ग्रेस मार्क्स वाले कैंडिडेट के लिए आयोजित दोबारा नीट एग्जाम रिजल्ट के बाद नीट रिजल्ट 2024 टॉपर्स लिस्ट में बड़ा बदलाव आयेगा।
एनटीए की ओर से नीट री एग्जाम का आयोजन 23 जून को कराया जायेगा। रिजल्ट 30 जून से पहले जारी किया जायेगा और काउंसलिंग 6 जुलाई से शुरू होगी।