कल्कि धाम मंदिर के शिलान्यास समारोह में शामिल हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंदिर के प्रमुख आचार्य प्रमोद कृष्णम की सराहना की।
पीएम मोदी ने कहा आचार्य प्रमोद कृष्णम को राजनैतिक व्यक्ति के रूप में दूर से जानता था लेकिन जब मुलाकात हुई तो पता चला वे धार्मिक-अध्यात्मिक कार्यों में कितनी मेहनत से लगे रहते हैं।
पीएम ने कहा कल्कि मंदिर के लिए प्रमोद कृष्ण्म को पहले की सरकारों के समय लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी, कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े। आज हमारी सरकार में वे निश्चिंत होकर इस काम को शुरू कर पाए।
प्रमोद कृष्णम का जन्म 4 जनवरी 1965 को बिहार में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
प्रमोद कृष्णम ने पॉलिटिकल साइंस की पढ़ाई की है। राजनीति और अध्यात्म दोनों से नाता रहा। 17 साल की उम्र में इन्होंने राजीव गांधी से वादा किया था कि वे आजीवन कांग्रेस का साथ देंगे।
हाल में कांग्रेस से मतभेदों के बीच उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया। कांग्रेस और आचार्य प्रमोद कृष्णम का सफर यहीं समाप्त हुआ। जिसके लिए वे पार्टी को दोषी मानते हैं।
हिन्दुओं में भगवान विष्णु के 10 अवतार की मान्यता है। विष्णु के 10वें अवतार भगवान कल्कि हैं, जिनका धरती पर आगमन होना है, प्रमोद कृष्णम इन्हीं कल्कि अवतार को अपना आराध्य मानते हैं।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 1990 में यूपी के संभल में कल्कि फाउंडेशन की स्थापना की थी। फिर 1996 में उन्होंने कल्कि धाम की स्थापना की।
यूपी के संभल के कल्कि धाम में ही पीएम मोदी ने 19 फरवरी 2024 को कल्कि मंदिर की आधारशिला रखी है।