अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी खर्चों में कटौती और प्रशासनिक सुधार के लिए डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) नाम से एक नई एजेंसी बनाई है।
इस एजेंसी की पूरी जिम्मेदारी दुनिया के दिग्गज बिजनेसमैन एलन मस्क को दी गई है। हाल ही में DOGE ने छह युवा इंजीनियरों की भर्ती की, जिनमें भारतीय मूल के आकाश बोब्बा भी शामिल हैं।
भारतीय मूल के आकाश बोब्बा की एलन मस्क के DOGE में नियुक्ति के बाद से उनका नाम इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। सभी जानना चाहते हैं कि आकाश बोब्बा कौन हैं?
22 वर्षीय आकाश बोब्बा ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में मैनेजमेंट, टेक्नोलॉजी और एंटरप्रेन्योरशिप की पढ़ाई की है। वे Meta और Palantir में इंटर्नशिप कर चुके हैं।
इसके अलावा, आकाश बोब्बा ने Bridgewater Associates नामक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी में भी काम किया है। वे ऑफिस ऑफ पर्सनल मैनेजमेंट में विशेषज्ञ माने जाते हैं।
आकाश बोब्बा की LinkedIn प्रोफाइल भी डिलीट कर दी गई है, जिससे उनकी पृष्ठभूमि को लेकर और ज्यादा चर्चा हो रही है।
आकाश बोब्बा के अलावा, DOGE में जिन अन्य पांच युवा इंजीनियरों को नियुक्त किया गया है, वे हैं-
एलन मस्क के DOGE में शामिल इन सभी युवाओं की उम्र 19 से 24 वर्ष के बीच है और इनमें से कुछ ने हाल ही में कॉलेज पूरा किया है, जबकि एक अभी भी पढ़ाई कर रहा है।
बिना किसी सरकारी प्रशासनिक अनुभव के इन युवाओं की DOGE में नियुक्ति को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
DOGE को अमेरिकी सरकार से जुड़े संवेदनशील डेटा तक पहुंच प्राप्त होगी, जिससे साइबर सुरक्षा और गोपनीयता को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।
एलन मस्क के नेतृत्व में DOGE का उद्देश्य सरकारी कामकाज को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाना है। यह विभाग सरकारी खर्चों को कम करने और नई तकनीकों को अपनाने पर जोर देगा।
आकाश बोब्बा की DOGE में नियुक्ति ने भारतीयों का ध्यान खींचा है। अब सवाल यह है कि क्या ये युवा सरकारी प्रशासन में क्रांतिकारी बदलाव ला पाएंगे, या यह सिर्फ एक प्रयोग भर साबित होगा?