मोहम्मद मोखबर वरीयता के आधर पर ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति बने हैं। वे अब संसद के अध्यक्ष और न्यायपालिका के प्रमुख के साथ तीन सदस्यीय परिषद का हिस्सा हैं।
यह परिषद अब राष्ट्रपति की मृत्यु के 50 दिनों के भीतर एक नया राष्ट्रपति चुनाव आयोजित करेगा।
मोहम्मद मोखबर का जन्म 1 सितंबर, 1955 को हुआ। उन्हें रईसी की तरह सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के करीबी के रूप में देखा जाता है, जिनकी राज्य के सभी मामलों में अंतिम राय होती है।
2021 में मोखबर पहले उपराष्ट्रपति बने थे। वह ईरानी अधिकारियों की उस टीम का हिस्सा रहे हैं, जिन्होंने रूस की सेना को मिसाइलों और अधिक ड्रोन आपूर्ति पर सहमति दी थी।
मोखबर पहले सर्वोच्च नेता से जुड़े निवेश कोष, सेताड के प्रमुख थे। 2013 में अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने सेटाड और उसकी देखरेख वाली 37 कंपनियों को स्वीकृत संस्थाओं की लिस्ट में जोड़ा।
2010 में यूरोपीय संघ ने मोखबर को उस लिस्ट में शामिल किया जिन पर बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों में संलिप्तता के लिए प्रतिबंध लगा रहा था। हालांकि 2 साल बाद उन्हें लिस्ट से हटा दिया।
खुजेस्तान प्रांत के देजफुल में जन्में मोखबर के पिता अब्बास एक मौलवी थे। मोखबर ने अपनी प्राथमिक शिक्षा देजफुल और अहवाज में प्राप्त की और बाद में इंटरनेशनल लॉ में डॉक्टरेट की।