कौन है यह खूबसूरत IITian, ठुकराई लाखों की नौकरी और थाम ली सेना की कमान
Education Jan 31 2025
Author: Anita Tanvi Image Credits:X/@adgpi
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राधिका सेन का भारतीय सेना में जाने का सपना
राधिका सेन ने हमेशा से भारतीय सेना में सेवा करने का सपना देखा था। यही वजह रही कि IIT बॉम्बे से डिग्री हासिल करने के बाद भी हाई सैलरी जॉब के बजाय, उन्होंने राष्ट्र सेवा को चुना।
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कौन हैं राधिका सेन?
राधिका सेन का जन्म 1993 में हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में हुआ। पिता, ओंकार सेन, NIT हमीरपुर में कार्यरत थे। मां, निर्मला सेन, ने काथोग स्कूल में प्रधानाचार्य के रूप में काम किया।
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राधिका सेन के एजुकेशन की शुरुआत
राधिका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्ट. मेरी स्कूल, सुंदरनगर से की, फिर हायर एजुकेशन के लिए चंडीगढ़ के माउंट कार्मल स्कूल में एडमिशन लिया।
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IIT बॉम्बे से बायोटेक्नोलॉजी में मास्टर डिग्री
IIT बॉम्बे से बायोटेक्नोलॉजी में मास्टर डिग्री के बाद, राधिका ने अपने जीवन के सपने को साकार करने का निर्णय लिया और भारतीय सेना में शामिल हो गईं।
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मेजर राधिका सेन ने सेना में बनाई अपनी अलग पहचान
आठ साल पहले भारतीय सेना में शामिल होने वाली मेजर राधिका सेन ने अपने कड़ी मेहनत और समर्पण से सेना में अपनी विशेष पहचान बनाई।
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यूनाइटेड नेशंस से मिल चुका है सम्मान
मेजर राधिका सेन को उनके शांति सैनिक कार्यों के लिए प्रतिष्ठित यूनाइटेड नेशंस जेंडर एडवोकेट अवार्ड से नवाजा गया।
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मेजर सुमन गवानी को भी मिल चुका है यह पुरस्कार
मेजर राधिका सेन यूनाइटेड नेशंस जेंडर एडवोकेट अवार्ड पाने वाली दूसरी भारतीय शांति सैनिक हैं, इससे पहले मेजर सुमन गवानी को भी यह पुरस्कार मिला था।
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सेना में महिलाओं के लिए प्रेरणा
मेजर राधिका सेन का राष्ट्रप्रेम युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन चुका है। उन्होंने साबित किया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं, सेना जैसे क्षेत्र में भी नहीं।