शेख रेहाना, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की छोटी बहन हैं और बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की सबसे छोटी बेटी हैं। उनका जन्म 13 सितंबर 1955 को हुआ था।
1975 में बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के दौरान, शेख हसीना और शेख रेहाना जर्मनी में थीं, जिससे उनकी जान बच गई। लेकिन ढाका में पिता, मां और 3 भाईयों की हत्या कर दी गई।
रेहाना की प्रारंभिक शिक्षा शाहीन स्कूल से हुई और 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान उन्हें नजरबंद कर दिया गया था। परिवार की हत्या के बाद, वे जर्मनी से भारत आ गईं यहां 6 साल तक रहीं।
शेख रेहाना ने सक्रिय राजनीति में नहीं हैं लेकिन महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। अपने पिता की हत्या के मुद्दे को वैश्विक मंच पर उठाया। ऑल-यूरोपीय बकशाल सम्मेलन में प्रभावशाली भाषण दिया।
शेख रेहाना की शादी शफीक सिद्दीकी से हुई। वह ढाका यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रहे हैं और वो ढाका कॉमर्स कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन भी हैं।
तीन बच्चे हैं: रादवान सिद्दीकी-ढाका में अंतरराष्ट्रीय संस्थान में काम करते हैं। टुलिप सिद्दीकी- ब्रिटिश पार्लियामेंट की सदस्य हैं और अजमीना- कंट्रोल रिस्क्स में एनालिसिस एडिटर हैं।
बंग्लादेश में एक बार फिर तख्तापलट हुआ है। पीएम शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और बहन के साथ ढाका छोड़ भारत आ गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार दोनों बहनें लंदन या फिनलैंड में बस सकती हैं।