बिहार चुनाव 2025 प्रचार के दौरान पीएम मोदी जब छपरा पहुंचे, तो उन्होंने एक नाम का जिक्र किया- स्वाति मिश्रा। जिसके बाद लोगों में जानने की जिज्ञासा बढ़ गई कि कौन हैं स्वाति मिश्रा?
स्वाति मिश्रा मूल रूप से बिहार, छपरा जिले के माला गांव की रहने वाली हैं। उनका जन्म 14 अगस्त 1996 को हुआ था। छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने अपनी आवाज के दम पर देशभर में पहचान बनाई।
स्वाति के परिवार में उनके माता-पिता, एक बहन और दो छोटे भाई हैं। बचपन में वह अपनी दादी के पास बोकारो, झारखंड में रहा करती थीं।
स्वाति ने शुरुआती पढ़ाई छपरा के स्थानीय स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने BHU से म्यूजिक में बैचलर की डिग्री ली। फिर वह मुंबई गईं और वहीं से मास्टर ऑफ म्यूजिक का कोर्स पूरा किया।
बचपन से ही स्वाति को गाने का शौक था। माता-पिता ने उनकी रुचि को समझा और संगीत सिखाने का फैसला किया। उन्होंने संगीत की तालीम पंडित राम प्रकाश मिश्रा जी से ली, जो उनके पहले गुरु हैं।
स्वाति मिश्रा अपने परिवार की पहली प्रोफेशनल गायिका हैं। उनकी लगन और मेहनत ने उन्हें उस मुकाम तक पहुंचाया, जहां आज देशभर के लोग उनकी आवाज के दीवाने हैं।
स्वाति आज मुंबई में रहती हैं और यूट्यूब पर दो चैनल चलाती हैं- Swati Mishra और Swati Mishra Bhakti, उनका भक्ति चैनल बेहद लोकप्रिय है, जिस पर 1.61 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं।
स्वाति के गाए हुए कई भक्ति गीत जैसे- मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे, राम आएंगे, शिव तांडव स्तोत्र, जय सियाराम, खूब वायरल हुए। उनकी आवाज की गहराई सुनने वालों के दिल को छू जाती है।
पीएम मोदी द्वारा नाम लिए जाने के बाद स्वाति मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। बिहार की यह बेटी अब न सिर्फ सोशल मीडिया सेंसेशन हैं, बल्कि भक्ति संगीत की नई पहचान भी बन चुकी हैं।