पीएम मोदी ने पूर्व पीएम नरसिम्हा राव, हरित क्रांति के जनक स्वामीनाथन अय्यर और पूर्व पीएम और किसान नेता चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा की।
कुछ दिनों पहले ही बिहार के पूर्व सीएम कर्पुरी ठाकुर और भाजपा नेता और पूर्व डिप्टी पीएम लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा की थी।
भारत में सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने की शुरुआत तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 2 जनवरी 1954 से शुरू हुई थी। उस समय सिर्फ जीवित लोगों को यह सम्मान दिया जाता था।
सबसे पहले 1954 में स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालचारी, पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णनन और डॉक्टर चंद्रशेखर वेंक रमन को भारत रत्न दिया गया था।
1955 के बाद से मरणोपरांत भी भारत रत्न अवार्ड दिया जाने लगा। हर साल अधिकतम 3 भारत रत्न दिए जा सकते हैं। हालांकि इस बार एक साथ 5 लोगों को इसके लिए चुना गया है।
भारत रत्न और पद्म पुरस्कार चुनने की प्रक्रिया अलग-अलग होती है। भारत रत्न में पीएम किसी के भी नाम की सिफारिश राष्ट्रपति से कर सकते हैं।
अब तक कुल 53 लोगों को भारत रत्न के लिए चुना जा चुका है। 2024 से पहले आखिरी बार 2019 में अंतिम बार भारत रत्न दिया गया था।
भारत रत्न पाने वालों को मेडल के साथ सर्टिफिकेट दिया जाता है। धनराशि नहीं दी जाती है। रेलवे की ओर से मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलती है। सरकारी कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाता है।