क्या आपने कभी सोचा है कि सर्जरी के समय डॉक्टर हमेशा हरे या नीले रंग के कपड़े क्यों पहनते हैं? यह महज एक फैशन या ट्रेंड नहीं है, बल्कि इसके पीछे कुछ साइंटिफिक कारण छिपे हैं।
ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों का काम ध्यान केंद्रित करने वाला होता है। ऐसे में हरा रंग उनकी दृष्टि, मानसिक शांति और प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है। जानिए इसके पीछे का साइंस।
ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर की आंखें लगातार लाल रंग के खून पर केंद्रित रहती हैं। हरा रंग आंखों को राहत देता है, क्योंकि यह लाल के विपरीत होता है। इससे वे ज्यादा फोकस कर पाते हैं।
ऑपरेशन के समय हरे रंग के कपड़े पहनने से खून के लाल रंग और हरे रंग का कॉन्ट्रास्ट बेहतर तरीके से देखा जा सकता है, इससे डॉक्टरों को छोटी-छोटी नसों, सेल्स को पहचानने में मदद मिलती है।
अगर डॉक्टर लगातार लाल रंग देखते हैं, तो उनकी आंखों में लाल धब्बे दिखाई देने लगते हैं। हरे रंग के कपड़े पहनने से यह प्रभाव कम हो जाता है, जिससे डॉक्टरों की दृष्टि साफ रहती है।
हरे रंग को मानसिक शांति देने वाला माना जाता है। ऑपरेशन के समय यह रंग सर्जन को शांत और केंद्रित रहने में मदद करता है, जिससे वे ऑपरेशन पर बेहतर तरीके से ध्यान दे पाते हैं।
हरा रंग दिमाग को आराम देता है। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों को लंबे समय तक फोकस करने की जरूरत होती है और यह रंग उन्हें ध्यान बनाए रखने में मदद करता है।
हरे और नीले रंग के कपड़े ऑपरेशन के दौरान साफ-सफाई का प्रतीक माने जाते हैं। यह मरीज और स्टाफ के बीच एक विश्वास पैदा करता है कि ऑपरेशन के दौरान पूरी साफ-सफाई का ध्यान रखा जा रहा है।
ऑपरेशन थिएटर में रोशनी तेज होती है और अगर कपड़े सफेद होते, तो यह रोशनी आंखों पर अधिक प्रभाव डालती। हरा रंग रोशनी का प्रभाव कम करता है, जिससे डॉक्टर का परफॉर्मेंस बेहतर होता है।
ऑपरेशन के दौरान हरे रंग के कपड़े पहनने से ऑपरेशन टीम के सदस्य एक-दूसरे के इशारों और संकेतों को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं, जिससे कॉर्डिनेशन बढ़ता है और सर्जरी सही तरह से चलती है।