लोरियल के संस्थापक यूजीन शूएलर की 70 वर्षीय पोती फ्रांकोइस बेटनकोर्ट मेयर्स दुनिया की सबसे अमीर महिला हैं। ब्लूमबर्ग लिस्ट में वह 13वें स्थान पर हैं।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार बेटनकोर्ट मेयर्स की संपत्ति लगभग $87 बिलियन (72,44,14,20,00,000.00 रुपये) है। इस साल उनकी आय 16 अरब डॉलर बढ़ गई है।
बेटनकोर्ट मेयर्स की संपत्ति का मुख्य कारण लोरियल में उनकी हिस्सेदारी है। उनके दादा शूएलर एक फार्मासिस्ट थे उन्होंने उस कंपनी की स्थापना की जो 1909 में लोरियल बना।
ब्लूमबर्ग सूची में वह 13वें स्थान पर हैं। यूजीन शूएलर की बेटी और बेटनकोर्ट मेयर्स की मां लिलियन को 1957 में उनकी मृत्यु के बाद शूएलर की संपत्ति और कंपनी का कंट्रोल विरासत में मिला।
फ्रांकोइस बेटनकोर्ट मेयर्स के पति आंद्रे बेटेनकोर्ट एक फ्रांसीसी राजनीतिज्ञ हैं। रिपोर्ट के अनुसार बेटनकोर्ट मेयर्स को अपने माता-पिता की सोशल लाइफस्टाइल में कम दिलचस्पी थी।
बेटनकोर्ट मेयर्स को बचपन में पियानो बजाना पसंद था। उन्होंने एक लेखक के रूप में अपना करियर बनाया। ग्रीक पौराणिक कथाओं से लेकर यहूदी धर्म और कैथोलिक धर्म के विषयों पर किताबें लिखी।
अमेजॅन पेज के अनुसार उनकी हालिया किताब"रिगार्ड सुर ला बाइबिल" 2008 में प्रकाशित हुई थी। मेयर्स लोरियल के बोर्ड में भी शामिल हैं और परिवार की होल्डिंग कंपनी की अध्यक्ष हैं।
अपनी मां के साथ उनका रिश्ता अच्छा नहीं था। खराब रिश्ता उस समय चरम पर पहुंच गया जब बेटनकोर्ट मेयर्स ने उनकी विरासत को लेकर एक दशक लंबे पारिवारिक झगड़े की शुरुआत की।
जब बेटनकोर्ट मेयर्स की मां की 2017 में मृत्यु हो गई, तो उन्हें अरबों डॉलर विरासत में मिले और पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक हवेली जैसी मूल्यवान संपत्ति भी मिली।
ब्लूमबर्ग का अनुमान है कि बेटनकोर्ट मेयर्स की संपत्ति $87.8 बिलियन है, जो उन्हें दुनिया की सबसे धनी महिला और 13वीं सबसे अमीर व्यक्ति बनाती है।
वह और उनका परिवार दुनिया की सबसे बड़ी सौंदर्य प्रसाधन निर्माता कंपनी लोरियल का 33% नियंत्रण रखते हैं। फोर्ब्स के अनुसार, 2023 की पहली छमाही में लोरियल के शेयर 29% ऊपर थे।
कंपनी के पास मेबेलिन, एस्सी, गार्नियर और निश्चित रूप से लोरियल जैसे बड़े पैमाने पर बाजार ब्रांडों के साथ-साथ अर्बन डेके, लैंकोमे और किहल जैसी उच्च-स्तरीय सौंदर्य कंपनियां भी हैं।
बेटनकोर्ट मेयर्स दानवीर भी हैं। रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल 2019 में वह उन फ्रांसीसी अरबपतियों में शामिल थीं, जिन्होंने नोट्रे डेम कैथेड्रल में आग लगने के बाद लाखों का दान दिया था।
बेटनकोर्ट मेयर्स बेटनकोर्ट शूएलर फाउंडेशन की अध्यक्ष भी हैं। इस चैरिटी की उन्होंने 1980 के दशक में स्थापना की थी। यह लाइफ साइंस, आर्ट प्रोजेक्ट में रिसर्च के लिए अनुदान देता है।