लॉजिकली एक हाथ से कोई देश के लिए खेल सकता है, नो।
ये लाइफ लॉजिक का खेल नहीं है, ये लाइफ मैजिक का खेल है मैजिक।
लेकिन साला ये मैजिक मेरी लाइफ में कभी खेलने ही नहीं आया।
फिर एक दिन अचानक से दरवाजे पर कोई खटखटाया, खोला, देखा मैजिक।
कैसे मरोगी पंखे से रस्सी टांग कर या बेडशीट बांधकर, बांधो-बाधो, एक हाथ से कैसे करोगी।
एक हाथ से जान लेना मुश्किल है, इंडिया के लिए फिर से खेलना, अगर तुम चाहो तो बाएं हाथ का खेल हो सकता है।
जिंदगीभर सिर्फ एक ही चीज साफ करने वाला तुम्हारा ये बायां हाथ अचानक जागकर बॉलिंग कर पाएगा।