42 साल पहले आई 'नास्तिक' के 8 डायलॉग, जिनसे बची थी फिल्म की लाज
अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म 'नास्तिक' की रिलीज को 42 साल हो गए हैं।यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर एवरेज रही थी। लेकिन इसमें डायलॉग्स शानदार थे, जिनमें से 8 डायलॉग यहां पढ़ सकते हैं…
Bollywood Feb 18 2025
Author: Gagan Gurjar Image Credits:Social Media
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Amitabh Bachchan Movie Nastik Dialogue No. 1
ये शहर अब जंगल बन गया है...यहां दिन को इंसान और रात को शैतान घूमते हैं।
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Amitabh Bachchan Movie Nastik Dialogue No. 2
सीधी सच्ची बातें करने के लिए कलेजा चाहिए।
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Amitabh Bachchan Movie Nastik Dialogue No. 3
नसीब इंसान का बनता है ठोकरें खाने के बाद...और रंग लाती है हिना पत्थर पे पिस जाने के बाद।
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Amitabh Bachchan Movie Nastik Dialogue No.4
दौलत से बिस्तर खरीदा जा सकता है, नींद नहीं...औरत खरीदी जा सकती है, प्यार नहीं...झूठ खरीदा जा सकता है, सच्चाई नहीं।
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Amitabh Bachchan Movie Nastik Dialogue No.5
जहां शेर की हुकूमत चलती है, वहां छोटे-मोटे जानवरों का आना-जाना मना है।
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Amitabh Bachchan Movie Nastik Dialogue No.6
मैं तेरी मौत इतनी खराब कर दूंगा कि तुझे देख कर मौत का फ़रिश्ता भी कांप उठे।
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Amitabh Bachchan Movie Nastik Dialogue No.7
मैं तो उस अंधेरे घर का चिराग हूं, जहां दिल भी जलाओ तो रोशनी नहीं आ सकती।
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Amitabh Bachchan Movie Nastik Dialogue No.8
शंकर पत्थर को नहीं, दिल को पूजता है...और दिल कभी पत्थर का नहीं होता।