अरशद के पिता अहमद अली खान एक कवि और सिंगर थे। उन्होंने उपनाम वारसी अपनाया, क्योंकि वह सूफी संत वारिस के फॉलोर्अस थे।
जब अरशद 18 साल के थे, तब उनके पिता का बोन कैंसर की वजह से मौत हो गई । पिता के निधन के दो साल बाद अरशद की मां की दोनों किडनी फेल होने से मौत हो गई।
अरशद वारसी के पास दो विल्डिंग थी, जिस पर किराएदारों ने मालिकाना का दावा ठोंक दिया था । केस हारने के के बाद उनके हाथ से ये दोनों इमारतें निकल गईं।
अरशद वारसी की फैमिली के पास जुहू में बंगला भी था, लेकिन ये भी उनके हाथ से निकल गया । इसके बाद अरशद ने स्कूल छोड़ दिया और सेल्समैन की नौकरी करने लगे।
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, अरशद बोरीवली और बांद्रा के बीच बसों में लिपस्टिक और नेल पॉलिश बेचते थे। उन्होंने एक फोटो लैब में काम भी किया था।
डांस के शौकीन अरशद अकबर सामी के डांस ग्रुप में शामिल हो गए, वे कोरियोग्राफर बन गए। इस नौकरी की वजह से उन्होंने जॉय ऑगस्टीन के फिल्म के ऑफर पर भी ध्यान नहीं दिया ।
अरशद वारसी को जब जया बच्चन ने ABCL कंपनी की तेरे मेरे सपने का ऑफर दिया था। इसके बाद उन्होंने वापस मुड़कर नहीं देखा।
अरशद वारसी को मुन्ना भाई फ्रेंचाइजी में सर्किट के किरदार ने जमकर पॉप्युलैरिटी दिलाई थी।
अरशद वारसी ने गोलमाल: फन अनलिमिटेड, क्रेजी 4, धमाल, गोलमाल रिटर्न्स, गोलमाल 3, इश्किया, फालतू, डबल धमाल, गोलमाल अगेन जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है।
ज़ी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक अरशद वारसी की नेटवर्थ 125 करोड़ रुपए है। एक्टर ने अपनी लाइफ में लंबे स्ट्रगल के बाद सक्सेस हासिल की है।