राम गोपाल वर्मा ने 1990 में पहली हिंदी फिल्म शिवा बनाई। नागार्जुन के साथ वाली उनकी यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई। 1992 में आई उनकी फिल्म रात और द्रोही डिजास्टर रही।
लगातार डिजास्टर फिल्में देने के बाद 1995 में आई फिल्म रंगीला ब्लॉकबस्टर रही। फिल्म में आमिर खान और उर्मिला मातोंडकर लीड रोल में थे।
1997 में आई फिल्म दौड़ फ्लॉप रही। वहीं, 1998 में आई सत्या ने अच्छा बिजनेस किया। इसके बाद फ्लॉप का दौर शुरू हुई। दिल से, मस्त, शूल, जंगल जैसी फिल्में फ्लॉप रही।
2001 के बाद आई उनकी कुछ फिल्में एवरेज रही तो कुछ डिजास्टर। कंपनी, रोड, अब तक छप्पन एवरेज रही। वहीं, डरना मना है, एक हसीना थी सहित अन्य डिजास्टर रहीं।
2004-06 के बीच उन्होंने फ्लॉप फिल्मों की झड़ी लगा दी। डी, माय वाइफ मर्डर, डरना जरूरी है, शिवा, दरवाजा बंद रखो जैसी कुछ फ्लॉप फिल्में दी।
2006 के बाद उन्होंने लगातार एक के बाद एक डिजास्टर फिल्में दी। निशब्द, राम गोपाल वर्मा की आग, गो, अज्ञात जैसी फिल्में डिजास्टर रही।
राम गोपाल वर्मा ने 2011 से 2015 में 6 फिल्में बनाई और यह सभी सुपरफ्लॉप साबित हुईं। इनमें शबरी, नॉट ए लव स्टोरी, डिपार्टमेंट जैसी मूवीज शामिल हैं।
राम गोपाल वर्मा ने 2016-17 में दो फिल्में बनाई जो फ्लॉप रही। इसके बाद उन्होंने 2021-22 में डी कंपनी, 12 ओ क्लॉक जैसी फिल्में बनाई, जो डिजास्टर रही।