बॉबी देओल के करियर की शुरुआत में धर्मेंद्र ही स्क्रिप्ट सुनते थे, उनकी मंजूरी के बिना बेटे फिल्म साइन नहीं करते थे।
90 के दशक में अब्बास मस्तान की फिल्मों के लिए टॉप एक्टर लाइन लगाए रहते थे। जब वे सोल्ज़र के लिए बॉबी देओल को साइन करने पहुंचे तो धर्मेंद्र ने सबसे पहले स्क्रिप्ट की डिमांड की थी।
बरसात के बाद बॉबी देओल के लिए सोल्ज़र एक बड़ी मूवी थी, एनिमल के अबरार इसे डन भी करना चाहते थे, लेकिन धर्मेंद्र बिना स्क्रिप्ट सुने हां नहीं कहना चाहते थे ।
'बॉबी ने फिल्म साइन कर ली थी। धर्मेंद्र जी ने हमें घर बुलाया और कहा, 'मेरा बेटा न्यूकमर है इसकी पहली फिल्म आ चुके है। आप लोग सोल्जर डायरेक्ट कर रहे हैं पर इसकी कहानी में सुनूंगा
धर्मेंद्र ने जब कहानी में सुना की लीड एक्टर अपने पिता की हत्या कर देता है, इतना सुनते ही धर्मेंद्र ने स्टोरी आगे सुनने से मना करते हुए, फिल्म के लिए इंकार कर दिया था।
अब्बास मस्तान ने बताया कि फिल्म में बड़ा ट्विस्ट है। इसके बाद धर्मेंद्र ने राहत की सांस लेते हुए इसे बेहतरीन स्टोरी बताया था।
1998 में रिलीज़ हुई सोल्जर सुपरहिट साबित हुई थी। कुछ कुछ होता है के बाद ये फिल्म उस साल दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई थी।