एक्ट्रेस हेमा मालिनी बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेस में शुमार की जाती हैं । बी-टाउन डीवा ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के साथ साउथ इंडस्ट्री में भी काम किया है।
हेमा मालिनी को एक तमिल फिल्म से अपना डेब्यू करना था, लेकिन उन्हें इस प्रोजेक्ट से महज़ 4 दिनों में ही बाहर कर दिया गया था ।
हेमा मालिनी को उनके करियर के शुरुआती दौर में एक तमिल डायरेक्ट ने अपनी फिल्म से बाहर कर दिया था । इससे वह काफी नाराज हो गई थीं ।
हेमा मालिनी ने इसे अपनी नाकामी मानते हुए चुनौती के रूप में एक्सेप्ट किया था । इसके बाद उन्होंने खुद को पॉलिश करना शुुरू किया । आज वे जिस मुकाम पर हैं, वो किसी से छिपा नहीं है।
हेमा को डायरेक्टर सीवी श्रीधर ने चेन्नई में एक क्लासिकल डांस प्रोग्राम में देखा था । एक्ट्रेस की मां के जरिए उन्हें प्रोजेक्ट के लिए साइन किया था ।
हेमा मालिनी को सबसे पहले तमिल डायरेक्टर सीवी श्रीधर ने अपनी मूवी के लिए साइन किया था । निर्देशक ने एक्ट्रेस का नाम बदलकर सुजाता कर दिया था।
निर्देशक सीवी श्रीधर ने महज़ चार दिनों की शूटिंग के बाद हेमा मालिनी को अपने प्रोजेक्ट से बाहर कर दिया था। इस फिल्म में जयललिता भी नजर आने वाली थीं।
पहले प्रोजेक्ट से बाहर किए जाने के बाद हेमा मालिनी ने इसे चैलेंज के रुप में एक्सेप्ट किया था । एक्ट्रेस ने सोचा कि उसकी इतनी हिम्मत कैसे हुई, जो मुझे रिजेक्ट कर दिया ।
हेमा मालिनी ने इसके बाद साल 1968 में ग्रेट शोमेन राज कपूर के साथ फिल्म सपनों का सौदागर से बॉलीवुड में डेब्यू किया था ।
हिंदी फिल्मों की सुपर स्टार बनने के बाद हेमा मालिनी को कभी तमिल डायरेक्टर श्रीधर राव से शिकायत नहीं रही । एक्ट्रेस के मुताबिक वे 'माफ करो और भूल जाओ' में विश्वास रखती हैं।