मिथुन चक्रवर्ती ने एक इंटरव्यू में कहा, "मुझे देखकर लोगों की उम्मीदें बढ़ गई थीं और वे सोचने लगे थे कि चॉल या गांव में रहने के बावजूद मेरा बेटा हीरो बन सकता है।"
बकौल मिथुन, "मैं आम आदमी का हीरो बन गया था। मेरे लिए आम आदमी से सुपरस्टार बनना बहुत बड़ी बात थी।"
मिथुन बताते हैं, "मैं सोचता था कि अगर मैं डांस करूंगा तो लोग मेरा रंग नहीं देखेंगे। हुआ भी ऐसा ही। मेरे डांस की वजह से लोग मेरा रंग भूल गए।"
बकौल मिथुन, "किसी ने कल्पना नहीं की थी कि मैं अपने कलर की वजह से हीरो बन सकता हूं। मुझे बहुत बुरा लगता था और मैं रो पड़ता था।"
मिथुन कहते हैं, "कोई भी मेरे साथ काम नहीं करना चाहता था, क्योंकि मैं एक्सेप्टेबल हीरो नहीं हूं। मेरे साथ काम करने से किसी को फेम नहीं मिलता।"
बकौल मिथुन, "फिर जीनत अमान जी आईं। उन्होंने कहा- वह अच्छा है। फैंटास्टिक दिखता है। वह अच्छा दिखता है। और फिर मैंने कभी पलटकर नहीं देखा।"
1976 में 'दो अनजाने' से बॉलीवुड में आने वाले मिथुन दा ने 'डिस्को डांसर', 'दलाल' और 'गुरु' जैसी फिल्मों में काम किया है। बॉलीवुड में वे पिछली बार 'द कश्मीर फाइल्स' में दिखाई दिए थे।