दिग्गज एक्ट्रेस 10 अक्टूबर को 69वां जन्मदिन मनाएंगी। उनका जन्म 10 अक्टूबर 1954 को चेन्नई में हुआ था। रेखा की जिंदगी के किस्से बेहद रोचक और संघर्ष से भरे हुए हैं।
रेखा उस वक्त 14 साल की थीं, जब उन्होंने सुसाइड अटेम्प्ट किया था। इस बात का खुलासा यासेर उस्मान की किताब 'रेखा : द अनटोल्ड स्टोरी' में किया गया है।
यासेर उस्मान की किताब के अनुसार, रेखा ने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसके मुताबिक़ वे परीक्षा में दोबारा फेल हो गई थीं और आगे नहीं जीना चाहती थीं।
यासेर उस्मान ने यह तो नहीं बताया कि रेखा ने ख़ुदकुशी करने की कोशिश कैसे की थी। लेकिन यह जरूर लिखा है कि डॉक्टर्स ने घंटों की कोशिश के बाद रेखा की जान बचाई थी।
बेटी को अस्पताल में देख रेखा की मां पुष्पावली के आंसू बह निकले थे। रेखा को दोबारा हिम्मत जुटाने में मां ने मदद की। उन्होंने रेखा से पूछा था कि वे अपनी लाइफ में क्या करना चाहती हैं।
रेखा की मां ने उन्हें विकल्प दिए कि वे शादी कर लें या ट्रेंड डांसर होने की वजह से वे उन्हें फिल्मों में एंट्री दिला सकती हैं। यानी रेखा के पास फिल्म, शादी या पढ़ाई के विकल्प थे।
बताया जाता है कि रेखा कभी हीरोइन नहीं बनना चाहती थीं। लेकिन वे घर चलाने के लिए अपनी मां की उम्मीद थीं। यही वजह है कि ना चाहते हुए भी उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखना पड़ा।
रेखा के मुताबिक़, वे 14 साल की थीं और 9वीं कक्षा की स्टूडेंट थीं। लेकिन उनकी पढ़ाई छुड़वाकर उन्हें काम पर लगा दिया गया। हालांकि, वे फिल्मों में काम करने के विचार से सहमत नहीं थीं।
रेखा के मुताबिक, वे इस बात से अनजान थीं कि उनकी मां कर्ज में डूबी हुई हैं। इसलिए वे सेट पर जाने से इनकार कर देती थीं। इसके चलते कभी-कभी उनका भाई उन्हें पीट भी देता था।
रेखा साउथ सुपरस्टार जैमिनी गणेशन की बेटी हैं। बावजूद इसके उन्हें स्टूडियोज के बाहर धक्के खाने पड़े। चिलचिलाती धूप से जूझी। कन्नड़-तमिल फिल्मों में कम फीस में छोटे-मोटे रोल किए।
1969 में रेखा ने मुंबई आकर 'अनजाना सफ़र' से हिंदी फिल्मों में कदम रखा। एक महीने में 4 फ़िल्में 'दो शिकारी', 'मेहमान' 'हसीनों का देवता', 'सावन भादों' मिलीं और उनका करियर चल निकला।