सनी देओल की गदर 2 : द कथा कंटीन्यूज थिएटर पर ताबड़तोड़ कमाई कर रही है। एक्टर इसकी सक्सेस को एंजॉय कर रहे हैं।
सनी देओल अपने नेचुरल एक्टिंग से किरदारों में जान फूंक देते हैं । वो अपनी बेहतरीन डायलॉग डिलीवरी के लिए जाने जाते हैं।
एक इंटरव्यू में सनी देओल ने खुलासा किया कि वह फिल्म की शूटिंग के दौरान कभी भी स्क्रिप्ट और डायलॉग नहीं पढ़ते हैं।
सनी देओल ने कहा, "मैं कभी कोई स्क्रिप्ट नहीं पढ़ता क्योंकि मैं डिस्लेक्सिक हूं । मैं कभी कोई डायलॉग नहीं पढ़ता, मैं उन्हें महसूस करता हूं और इमोशन में डेलीब्रेट करता हूं।
सनी देओल ने बताया कि जब कोई डायरेक्टर मुझे स्क्रिप्ट देता है, तो मैं उसे पढ़ता नहीं हूं। सुनाने के लिए कहता हूं।" फिर मैं उसे अपने अंदाज में कहता हूं ।
सनी देओल मानते हैं कि अगर मैं डायलॉग सुनता हूं, तब मेरे लिए पढ़ना आसान हो जाता है। मैं उसे बेहतर ढंग से समझ सकता हूं। इसके बाद मैं उसे एक्टिंग में कन्वर्ट करता हूं।
सनी देओल ने बताया कि वे अच्छे स्टूडेंट नहीं थे। इस वजह से अक्सर उनकी पिटाई होती थी । दरअसल वे डिस्लेक्सिया से पीड़ित थे। उस समय लोग इसे बहुत ज्यादा नहीं समझते थे।
सनी देओल ने बताया कि वे डिस्लेक्सिक होने की वजह से पब्लिकली बोलने से बचते हैं। फिल्मों में टेलीप्रॉम्प्टर से "पढ़ना" पड़ता है, जो एक रुटीन काम है।
सनी देओल बॉलीवुड इंडस्ट्री के सबसे बलिष्ठ एक्टर में शुमार किए जाते हैं । एक्टर ने अपने करियर में एक क्रोधी नायक की भूमिकाएं सबसे ज्यादा की हैं।