किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी से महामंडलेश्वर पद छीनते हुए अखाड़े से बाहर कर दिया है। प्रयागराज महाकुंभ के दौरान एक्ट्रेस को महामंडलेश्वर घोषित किया गया था।
ममता कुलकर्णी महज 7 दिन किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर रहीं। उनसे पद क्यों छीना गया और क्यों वे किन्नर अखाड़े से निकाली गईं। जानिए 6 वजह...
किन्नर अखाड़े की मानें तो महामंडलेश्वर बनने से पहले संन्यास और त्याग जरूरी होता है। ममता के मामले यह नहीं हुआ। बल्कि उन्हें सीधे तौर पर महामंडलेश्वर घोषित कर दिया गया था।
महामंडलेश्वर बनने के लिए किसी का संन्यासी होना और फिर उसका मुंडन संस्कार होना चाहिए। लेकिन ममता कुलकर्णी ने ना संन्यास लिया और ना ही उनका मुंडन संस्कार कराया गया था।
नियम के अनुसार, किन्नर अखाड़े के सदस्यों को गले में वैजयंती माला पहनना जरूरी होता है। लेकिन ममता कुलकर्णी के गले में वैजयंती की जगह रूद्राक्ष माला थी।
ममता कुलकर्णी एक्ट्रेस रही हैं और उन्होंने फिल्मों में बोल्ड सीन दिए हैं। यहां तक कि टॉपलेस फोटोशूट तक कराया है। उनका यही इतिहास किन्नर अखाड़े के कई सदस्यों को खटका।
ममता कुलकर्णी का नाम अंडरवर्ल्ड के साथ जुड़ चुका है। 1990 के दशक में मीडिया में ऐसी चर्चा थी कि एक्ट्रेस गैंगस्टर छोटा राजन को डेट कर रही थीं।
ममता कुलकर्णी का नाम ड्रग्स केस के चलते भी चर्चा में रहा। उनके पति विक्की गोस्वामी और उन पर ड्रग्स की तस्करी के आरोप लगे थे। हालांकि, खुद ममता ने आरोपों का खंडन किया था।