डायरेक्टर रामानंद सागर ने 37 साल पहले धारावाहिक रामायण बनाया था, जिसकी पॉपुरैलिटी आज भी कम नहीं हुई है। आज भी लोग इस सीरियल को देखने के लिए उत्साहित रहते हैं।
रामानंद सागर की रामायण का प्रसारण सालभर हुआ था। 1987 से 1988 तक लगातार रामायण दूरदर्शन पर प्रसारित की गई थी। कहा जाता है जब रामायण का प्रसारण होता तो सड़कों पर सन्नाटा छा जाता था।
रामानंद सागर की रामायण में राम और सीता का रोल कर अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया फेमस हुए। उन्हें घर-घर में पूजा जाने लगा था। आज भी लोग उन्हें देखकर उनके पैर छूने लगते हैं।
रामानंद सागर को RAMAYAN का एपिसोड बनाने के लिए करीब 9 लाख रुपए खर्च करने पड़ते थे। कहा जाता है कि खर्चा बचाने के लिए वह कई जुगाड़ की तकनीक का भी इस्तेमाल करते थे।
रिपोर्ट्स की मानें तो रामानंद सागर को रामायण के एक एपिसोड से अच्छी खासी कमाई होती थी। 1 एपिसोड से वह करीब 40 लाख रुपए कमाते थे।
खबरों की मानें तो रामानंद सागर ने पूरी रामायण को करीब 7 करोड़ के बजट में तैयार किया था। कहा जाता है रामानंद सीरियल में बेकार की चीजों पर खर्चा करना पसंद नहीं करते थे।
रामानंद सागर के लिए रामायण फायदे का सौदा साबित हुई थी। उन्होंने इसे 7 करोड़ में बनाया था। वहीं, रामायण से मेकर्स को करीब 31.40 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी।
कहते हैं कि रामानंद सागर के लिए रामायण एक ड्रीम प्रोजेक्ट था। इस धारावाहिक की शूटिंग के दौरान वह हर सीन में पर्सनली इन्वॉल्व होते थे। शूट से पहले हर चीज को चेक करते थे।
रिपोर्ट्स की मानें तो रामानंद सागर की रामायण के पहले एपिसोड की शूटिंग लगभग 15 दिनों तक चली थी। कहते है कि इस दौरान कोई भी क्रू मेंबर घर तक नहीं गया था।