भोजपुरी एक्ट्रेस रानी चटर्जी ने 72 हूरें ( 72 Hooren) फिल्म मेकर पर हमला बोलते हुए कहा, खुद के फायदे के लिए लोगों के इमोशन से नहीं खेलना चाहिए ।
रानी चटर्जी ने कहा कि अब ऐसी फिल्में लोगों के सेंटीमेंट का इस्तेमाल करते हुए केवल पैसा कमाने के लिए बनाई जाती हैं।
रानी चटर्जी ने एक इंटरव्यू में कहा कि 72 हूरें में जिस तरह से दिखाया गया है, ये सब कुरान नहीं सिखाता है।
रानी चटर्जी ने कहा कि कुरान ये कभी नहीं कहता कि लोगों को मौत के घाट उतारो, अगर फिल्म मेकर ने कुरान को ठीक से पढ़ा होता, तो शायद इस तरह के डायलॉग नहीं लिखे जाते ।
रानी चटर्जी ने आदिपुरुष को लेकर भी सवाल उठाए हैं। एक्ट्रेस ने कहा कि इस फिल्म में भी कई सारी फैक्ट को गलत तरीके से पेश किया गया है।
रानी चटर्जी ने इस मुद्दे को दे केरल स्टोरी से भी जोड़ा है। उन्होंने कहा कि द केरल स्टोरी चल गई इस वजह से ऐसे मुद्दों को कैश करना शुरु कर दिया गया है।
रानी चटर्जी ने फिल्म मेकर को चुनौती देते हुए कहा कि वे मुझे आकर बताएं कि कुरान में कहा ऐसा लिखा है कि लोगों को मारा जाए।
रानी चटर्जी के मुताबिक ये नफरत फैलाने का पॉलिटिकल एजेंडा है। फिल्मों के जरिए लोगों को गलत मैसेज सर्व किया जा रहा है।
रानी चटर्जी का असली नाम सबीना शेख है, वे एक मंदिर में शूटिंग कर रहीं थी । लोगों का गुस्सा ना भड़क जाए इस वजह से नाम बदल दिया गया था। बाद में उन्होंने इसी नाम से अपना करियर बनाया।