एक्ट्रेस और भाजपा सांसद कंगना रनौत ने बुधवार (28 अगस्त) को यह बात स्वीकार की कि किसान आंदोलन पर उनके बयान को लेकर पार्टी लीडरशिप ने उन्हें फटकार लगाई थी।
कंगना रनौत ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि भविष्य में वे अपने शब्दों के सिलेक्शन को लेकर ज्यादा सावधानी रखेंगी।
कंगना कहती हैं, "मुझे पार्टी लीडरशिप ने फटकार लगाई और यह ठीक है। मुझे नहीं लगता कि मैं पार्टी की फाइनल आवाज़ हूं। मैं इतनी पागल या मूर्ख नहीं हूं कि ऐसा मान लूं।"
बकौल कंगना, "मुझे लंबा रास्ता तय करना है। मेरा मानना है कि अगर मैंने वाकई पार्टी के उद्देश्य और उसकी पॉजिशन या पालिसी को ठेस पहुंचाई है तो मुझसे ज्यादा दुख किसी को नहीं होगा।"
कंगना ने हाल ही में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि अगर लीडरशिप इतनी मजबूत नहीं होती तो किसान आंदोलन के चलते देशभर मे बांग्लादेश जैसे हालात बन जाते।
कंगना ने अपने बयान में कहा था, "किसान आंदोलन के दौरान लाशें लटक रही थीं और रेप हो रहे थे।" इसके बाद ना केवल विपक्ष ने कंगना को घेरा, बल्कि BJP ने भी उनके बयान से किनारा कर लिया था।
कंगना इन दिनों 'इमरजेंसी' का प्रमोशन कर रही हैं, जो 6 सितम्बर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी। फिल्म में कंगना इंदिरा गांधी का रोल कर रही हैं। वे इसकी डायरेक्टर -प्रोड्यूसर भी हैं।