मोस्ट अवैटेड फिल्म 'पुष्पा 2 : द रूल' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इसमें अल्लू अर्जुन के कई डायलॉग्स पर थिएटर्स तालियों और सीटियों से गूंज उठे। नज़र डालिए उनके 10 डायलॉग्स पर...
हरगिज झुकेगा नहीं साला।
पुष्पा का फैसला मंदिर के प्रसाद जैसा होता है...हर किसी को नहीं मिलता। मिल रहा है तो इज्ज़त से ले लेना चाहिए।
पुष्पा धंधे में मजाक नहीं करता, पुष्पा से धंधा... बहुत मजा आता है।
सही या गलत के बारे में पुष्पा नहीं सोचता... जब पुष्पा फैसला लेता है तो वो सही हो ही जाता है।
प्यार करने की बात हो तो झुक कर भी पुष्पा अपनी नज़रों में झुकेगा नहीं।
अपने दम पर बना है मैं... किसी की मेहरबानी से नहीं।
मेरी बेटी को कुछ हुआ तो काली मां की कसम… जैसे बकरे की बलि दी जाती है, वैसे ही रप्पा रप्पा काटूंगा सब को।
श्रीवल्ली मेरी वाइको है...जब एक पति अपनी वाइको की सुने तो क्या होता है...पूरी दुनिया को दिखाएगा।
जो मेरा हक़ का पैसा है...वो चार आना हो या आठ आना...वो सातवें आसमान पर हो...या सात समंदर पार हो...पुष्पा का उसूल करने का वसूल।
पुष्पा को नेशनल खिलाड़ी समझे क्या...इंटरनेशनल है।