80s के फेमस शो 'रामायण' के राम यानी अरुण गोविल ने खुलासा किया कि यह शो करने के बाद उन्हें कमर्शियल फ़िल्में मिलनी बंद हो गई थीं, जिससे उनकी कमाई बंद हो गई थी।
वैसे, क्या आप जानते हैं कि 'रामायण' का एक एक्टर ऐसा भी था, जिसके आखिरी दिन गरीबी में गुजरे और कंगाली में ही उसने अंतिम सांस ली।
हम जिस एक्टर की बात कर रहे हैं, उनका नाम है भारत भूषण। वे अपने जमाने के पॉपुलर एक्टर हुआ करते थे। 'रामायण' में उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास का रोल निभाया था।
भारत भूषण का जन्म 14 जून 1920 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ था। 1941 में उनकी डेब्यू फिल्म 'चित्रलेखा' आई और उनकी पहली हिट 'बैजू बावरा' थी, जो 1952 में आई थी।
भारत भूषण ने करियर में 'चैतन्य महाप्रभु' और 'बरसात की रात' जैसी हिट फ़िल्में दीं और गीता बाली और नर्गिस समेत अपने दौर की लगभग हर बड़ी हीरोइन के साथ काम किया था।
एक वक्त था, जब भारत भूषण सबसे अमीर एक्टर्स में शामिल थे। लेकिन एक वक्त वह भी आया, जब उनकी फ़िल्में चलनी बंद हो गईं और वे दिवालिया हो गए थे।
कहा जाता ही कि भारत भूषण के करियर का पतन उनके प्रोड्यूसर बनने के बाद शुरू हुआ। दावा यह भी किया जाता है कि उन्होंने अपना ढेर सारा पैसा और प्रॉपर्टी जुए में गंवा दी थी।
एक वक्त था, जब भारत भूषण के पास मुंबई में कई बंगले थे। लेकिन दिवालिया होने के बाद उन्हें चॉल में आखिरी वक्त बिताना पड़ा। गरीबी में वहीं उनका निधन हुआ।
17 जनवरी 1992 को जब भारत भूषण का निधन हुआ, उस वक्त वे 72 साल के थे। आज भी उनकी गिनती हिंदी सिनेमा के सबसे महान एक्टर्स में होती है।