एक ऐसी फिल्म , जो मेकर्स ने बड़े अरमानों के साथ बनाई थी। लेकिन जब यह रिलीज हुई तो 15 मिनट भी थिएटर में नहीं टिक पाई। फिल्म के लीड हीरो ने खुद यह खुलासा किया है।
यह फिल्म थी 'ज़ख्मी इंसान', जो 1982 में रिलीज हुई थी। बतौर विलेन फिल्मों में काम करने वाले शक्ति कपूर की यह इकलौती फिल्म है, जिसमें वे लीड रोल में नज़र आए थे।
शक्ति कपूर हाल ही में गोविंदा और चंकी पांडे संग 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने बतौर हीरो सिर्फ एक फिल्म 'ज़ख्मी इंसान' में काम किया है।
शक्ति कपूर ने हंसते हुए कहा, "एक फिल्म में मैं हीरो भी था। 'ज़ख्मी इंसान'। इस फिल्म के रिलीज होते ही प्रोड्यूसर ज़ख्मी हो गए। 12 बजे यह फिल्म थिएटर्स में लगी, सवा 12 बजे उतर गई।"
एक बातचीत में शक्ति ने कहा था कि फिल्म पहले शो में ही डिजास्टर घोषित कर दी गई। इस फिल्म का टाइटल 'ज़ख़्मी डिस्ट्रीब्यूटर' होना चाहिए थे। क्योंकि डिस्ट्रीब्यूटर्स को पैसे गंवाने पड़े।
ज़ख्मी इंसान डायरेक्टर दीपक बलराज विज की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म थी। फिल्म में शक्ति कपूर के साथ रीता भादुड़ी, जावेद खान और अरुणा ईरानी की भी अहम् भूमिका थी।