एक्ट्रेस उपासना सिंह ने एक बातचीत के दौरान कास्टिंग काउच का डरावना अनुभव शेयर किया है। उनकी मानें तो साउथ के एक डायरेक्टर ने उनसे फेवर मांगा था।
उपासना सिंह ने TOI से कहा, "मैं नाम नहीं लूंगी, लेकिन साउथ के एक डायरेक्टर ने मुझे अनिल कपूर के साथ एक फिल्म ऑफर की थी। मैंने यह न्यूज अपने सभी रिश्तेदारों को दे दी थी।"
बकौल उपासना, "डायरेक्टर ने मुझे सिटिंग के लिए होटल में बुलाया। मैं तब 17 साल की और बहुत भोली थी। मैंने कहा कि मैं कल आऊंगी, क्योंकि मेरे पास कहानी सुनने होटल को कोई साधन नहीं था।"
उपासना ने आगे कहा, "उसने मुझसे कहा कि वह मुझे लेने के लिए कार भेज देगा। उसने कहा- तुम सिटिंग का मतलब नहीं समझी। फिल्म लाइन में आने के लिए सिटिंग तो करनी ही पड़ती है।"
उपासना के मुताबिक़, इस घटना ने उन्हें हिलाकर रख दिया था। वे डायरेक्टर पर चिल्लाई और उनके आंसू भी निकल पड़े। वे कहती हैं, "मैं सिखिनी हूं। मैं भड़क उठी। वह कैसे ऐसा कुछ कह सकता है।"
बकौल उपासना, "मैं ऑफिस में ही उस पर जमकर भड़की। मैंने कहा- तुम मेरे पिता की उम्र के हो। मेरे बारे में ऐसा कैसे सोच सकते हो। फिर मैं खूब रोई।"
उपासना कहती हैं, "मैं बांद्रा की सड़क पर चलते रो रही थी और सोच रही थी कि वो लोग क्या कहेंगे, जिन्हें मैंने बताया था कि मैं अनिल कपूर की हीरोइन बनने जा रही हूं।"
उपासना ने इसी बातचीत में यह भी बताया कि उन्हें कई फिल्मों से निकाल दिया गया। एक बार तो हीरो ने ही निकाला था। लेकिन उन्हें अपने टैलेंट पर भरोसा था।
बकौल उपासना, "मैंने सोचा कि रीजनल फिल्मों में लीड हीरोइन बनने से अच्छा है कि बड़ी फिल्मों में सपोर्टिंग रोल करूं। क्योंकि मेरे पास दिखाने के लिए सिर्फ अपना काम था।"
उपासना सिंह ने सुपरहिट राजस्थानी फिल्म 'बाई चली सासरिये' में लीड रोल निभाया था। उन्हें हिंदी में 'बेदर्दी', 'डर', 'लोफर', 'भीष्मा', 'जुदाई', 'सरफ़रोश' जैसी फिल्मों में काम किया है।