रामानंद सागर के पौराणिक शो रामायण' के राम यानी अरुण गोविल फिल्म 'आदिपुरुष' से नाखुश हैं। उन्होंने एक बातचीत के दौरान फिल्म के मेकर्स को फटकार लगाई है।
अरुण गोविल ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, "रामायण हमारी संस्कृति की धरोहर है। हमारी आस्था है। उसे लेकर जिस तरह की बातें हो रही हैं, वो मन को खराब लगती हैं।"
अरुण गोविल कहते हैं, "परमात्मा का जो स्वरूप हमारे मन में है, उसके खिलाफ जब हमें कुछ देखने को मिलता है तो ठेस लगती है। क्योंकि आस्था लॉजिक की वस्तु नहीं है।"
बकौल अरुण, "भगवान राम को आप आधुनिक तरीके से नहीं दिखा सकते हैं। वे आदि भी हैं और अनंत भी। हनुमान जी को आप कैसे कहेंगे कि वे पुराने थे, हम उन्हें आधुनिक रूप में दिखाना चाहते हैं।"
अरुण कहते हैं, "नयापन, आधुनिकता, पौराणिकता भगवान के साथ नहीं होती। स्पेशल इफ़ेक्ट के साथ यह करने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन उसकी आत्मा को आपको बरकरार रखना होगा।"
अरुण ने 'आदिपुरुष' में रावण के लुक को लेकर कहा, "मुझे एक बात समझ नहीं आती कि इतने सालों से हमारे में मन में उसका जो स्वरूप है, उसमें क्या खराबी थी? इस प्रयोग की आवश्यकता क्या थी?"
बकौल अरुण, "या तो उनके क्रिएटिव लोगों की भगवान राम, मां सीता या हनुमान जी में आस्था नहीं है, तभी वो उनको इस रूप में पेश करना चाहते थे। समझ नहीं आता कि क्या प्रूव करना चाहते थे।"
अरुण गोविल ने फिल्म के डायलॉग्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मुझे लगता है कि डायलॉग्स कैरेक्टर को देखकर लिखे जाते हैं। मुझे इस तरह की अमर्यादित भाषा कभी अच्छी नहीं लगती।"
ओम राउत निर्देशित और प्रभास-कृति सेनन स्टारर 'आदिपुरुष' के डायलॉग्स का लोग विरोध कर रहे हैं। फिल्म के प्रस्तुतीकरण पर सवाल उठाए जा रहे हैं, क्योंकि इसमें कहानी तक बदल दी गई है।