श्वेता तिवारी लगभग दो दशक से टीवी पर काम कर रही हैं। लेकिन अब उन्हें लगता है कि इसके कंटेंट में सुधार होना चाहिए। एक हालिया बातचीत में उन्होंने इसके रनिंग कंटेंट पर सवाल उठाया।
श्वेता तिवारी ने ज़ूम से बातचीत में कहा, "मैं खुद को रिपीट नहीं करना चाहती। मैं बार-बार एक जैसा काम नहीं कर सकती। अगर आप टीवी देखें तो सभी शोज एक जैसे होते हैं।"
बकौल श्वेता, "मैंने TV देखना छोड़ दिया है। वे ऐसी चीजें दिखाते हैं, जो मुमकिन नहीं हैं। भगवान का फूल गिर जाना। ऐसा लगता है कि भगवान आपके साथ ही चल रहे हैं। यह पॉसिबल नहीं हैं ना।"
श्वेता तिवारी ने बातचीत में आगे कहा, "मैं जानती हूं कि भगवान हमेशा साथ आपके साथ हैं। लेकिन ऐसा तो नहीं हो सकता कि सिंदूर सिर पर उड़ कर आ जाए। ऐसा नहीं होता है।"
श्वेता तिवारी कहती हैं, "टीवी को एक लीप की जरूरत है। मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों नहीं हो रहा है। इसमें बहुत गुंजाइश है और ढेर सारे अच्छे एक्टर्स हैं।"
बकौल श्वेता, "हम नीचे की ओर जा रहे हैं। वही सास के ताने मारना, वही सिंदूर लगाया, नहीं लगाया। कुकर चढ़ाया कि नहीं। हम इसमें फंस गए हैं। मैं नहीं जानती कि कौन इस तरह शो देख रहा है।"
श्वेता को पहचान 'कसौटी जिंदगी की' से मिली थी। उन्हें शो के किरदार प्रेरणा के लिए जाना जाता है। वे 'बिग बॉस 4' की विनर रही हैं और 'परवरिश' जैसे शोज से दर्शकों का दिल जीत चुकी हैं।