टीवी के तारक मेहता यानी शैलेश लोढ़ा ने खुलासा किया है कि उन्होंने दवा बेचने वाले सेल्समैन के तौर पर काम किया है। उनके मुताबिक़, लेखन के क्षेत्र को प्रोफेशन बनाना उनकी पसंद नहीं था।
शैलेश लोढ़ा ने एक हिंदी न्यूज वेबसाइट से कहा, "मैंने जिंदगी में कभी कुछ तय नहीं किया। सैलरी रुक गई तो जॉब छोड़ना पड़ा। मैंने वह नौकरी की, क्योंकि उस समय परिस्थितियां ही ऐसी थीं।"
बकौल शैलेश, "मां का गंभीर एक्सीडेंट हुआ और मुझे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मेरे दो जवान बहनें थीं और मुझे उनकी शादी करनी थी। मैं पढाई के लिए NSD और JNU जाना चाहता था।"
54 साल के शैलेश लोढ़ा आगे कहते हैं, "मैंने अपने सपनों को एक बक्से में बंद किया और एक मेडिसिन कंपनी में सेल्समैन की नौकरी पकड़ ली। यह मेरा ही फैसला था।"
शैलेश बताते हैं, "मैं फेमस बाल कवि था। लोगों को ऑटोग्राफ देता था। मैं नेशनल लेवल का डिबेट चैंपियन रहा और फिर मैं दरवाजे-दरवाजे जाकर दवाइयां बेच रहा था"
जब शैलेश लोढ़ा से पूछा गया कि क्या वे 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में वापसी करेंगे तो उन्होंने कहा कि वे कभी अतीत को पलटकर नहीं देखते।
शैलेश 2008 में 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में तारक मेहता के तौर पर जुड़े थे। अप्रैल 2022 में उन्होंने शो छोड़ दिया। हाल ही में वे शो के मेकर्स के खिलाफ एक केस जीत चर्चा में रहे थे।
शैलेश लोढ़ा 'TMKOC' के अलावा 'कॉमेडी सर्कस 2', 'कॉमेडी का महामुकाबला', 'वाह वाह क्या बात है' और 'वाह भई वाह' जैसे शोज में भी नजर आ चुके हैं।