अगर तरबूज ओवल शेप का है, तो वह बहुत ज्यादा पानी से भरा हुआ है और अगर तरबूज गोल है तो वह मीठा होता है।
हरे रंग के तरबूज में एक छोटा सा पैच सफेद या पीले रंग का होता है। अगर यह पैच सफेद रंग का है तो तरबूज ठीक तरीके से पका नहीं है। अगर यह पीले रंग का है, तो तरबूज बहुत मीठा निकलेगा।
पके हुए तरबूज का रंग गहरा हरा होगा और यह मैट फिनिश वाला होगा। अगर इसकी स्किन चमकदार है, तो यह अच्छी तरह से पका तरबूज नहीं निकलेगा।
अपने हाथों से या उंगलियों से तरबूज को टैप करें। एक पका हुआ तरबूज खोकला होना चाहिए और इसमें से एक गहरी आवाज आनी चाहिए।
भारी तरबूज आम तौर पर अच्छा होता है, क्योंकि इसमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है और यह ज्यादा रसदार भी होता है।
तरबूज में 90 % पानी, फाइबर, पोटेशियम, आयरन, विटामिन ए और बी जैसे गुण पाए जाते हैं।
तरबूज में लाइकोपीन नामक तत्व पाया जाता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद भी माना जाता है।
आप तरबूज का सेवन खाली पेट कर सकते हैं, लेकिन खाना खाने के तुरंत बाद आप तरबूज का सेवन नहीं करें, क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकती है।
गर्मियों में तरबूज खाने से आप हाइड्रेट रहते हैं। इतना ही नहीं पेट दर्द, एसिडिटी, सीने की जलन जैसी समस्या भी दूर होती है और आप दिनभर ऊर्जावान बने रहते हैं।