अपराजिता के फूल ब्लू और व्हाइट कलर में खिलते हैं। ये दिखने में बिल्कुल गाय के कान की तरह होते हैं। कहा जाता है कि भगवान विष्णु को अपराजिता के फूल काफी पसंद है।
अपराजिता का फूल ना सिर्फ धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जाता है। तो चलिए बताते हैं इस फूल से जुड़े हेल्थ बेनिफिट्स।
अपराजिता के फूल में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो एंथोसायनिन और प्रोएंथोसायनिडिन से भरपूर होता है। यह पूरे हेल्थ के लिए का ख्याल रखते हैं और लंबा जीवन जीने में मदद करते हैं।
अपनी हाई एंटीऑक्सीडेंट सामग्री के कारण अपराजिता का फूल आंखों के हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह आंखों से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम करता है।
अपराजिता के फूल की चाय पीने से यह पाचन तंत्र मजबूत होता है। कब्ज और गैस को दूर करता है। इसमें हल्के रेचक गुण होते हैं तो आंत के हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं।
कुछ स्टडीज में यह बात सामने आई है कि अपराजिता के फूल की चाय वेट लॉस में मददगार होता है। यह पेट को भरा महसूस करता है जिसकी वजह से लोग ज्यादा खाना खाने से बच जाते हैं।
अपराजिता के फूल में एंटी एजिंग गुण होते हैं जो त्वचा की लोच में सुधार और झुर्रियों को कम करता है। आप इसके फूल का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगा सकते हैं।
पारंपरिक चिकित्सा में, अपराजिता के फूल का उपयोग बालों के ग्रोथ को बढ़ावा देने और ग्रे हेयर को रोकने में किया गया है। आप भी फूल को पिस कर हेयर मास्क बना सकते हैं।
कुछ शोध में पता चला है कि अपराजिता के फूल का अर्क ब्लड शुगर के लेबल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसमें संभावित एंटीडायबिटिक गुण होते हैं।