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हर साल दिसंबर में ही क्यों आता है कोविड-19 का नया वेरिएंट- जानें

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कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन

इस साल दिसंबर में कोरोना वायरस का JN.1 स्ट्रेन दुनिया भर में फैला रहा है, जो ओमिक्रॉन से संबंधित है। भारत में कोरोना के सब-वेरिएंट के लगभग 25 मामले सामने आए हैं।

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कोविड-19 में तीन बड़े म्यूटेशन

3 साल में कोरोनावायरस में अल्फा (बी.1.1.7), बीटा (बी.1.351), और गामा (पी.1) तीन बड़े म्यूटेशन देखे गए हैं। दिसंबर 2021 में ओमिक्रॉन वेरिएंट आया था।

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कहां फैल रहा कोरोना का नया वेरिएंट

कोरोना का नया वेरिएंट तेजी से पूरी दुनिया में फैल रहा है। यह भारत, चीन, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका सहित कई देशों में पहले ही पाया जा चुका है।

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हर साल दिसंबर में क्यों बढ़ता है कोरोना का खतरा

ठंड और शुष्क सर्दी में कोरोना में वृद्धि देखी गई है। ठंडी परिस्थितियों में रहने वाले लोगों को गर्म परिस्थितियों में रहने वालों की तुलना में यह वायरस ज्यादा संक्रमित करता है।

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सोशल गैदरिंग और छुट्टियों के कारण भी बढ़ता है कोरोना

एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिसंबर में छुट्टियों का मौसम होता है और सोशल गैदरिंग ज्यादा होती है, जिसके चलते दिसंबर के महीने में यह ज्यादा से ज्यादा लोगों को संक्रमित करता है।

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क्या कोरोना के नए वेरिएंट से घबराना चाहिए

विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना के इस वेरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन बदलते मौसम को देखते हुए सावधानी बरतने की सलाह जरूर दी जा रही है।

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टीकाकरण और मास्क है जरूरी

कोरोना के मौजूदा वेरिएंट से बचने के लिए मास्क पहनना बहुत ज्यादा जरूरी है। इसके अलावा कोरोना टीका के बूस्टर डोज लगवाने से भी इसके प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

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