Hindi

नेल एक्सटेंशन करवाने का है शौक, तो इन Side Effect के लिए हो जाएं तैयार

Hindi

नेचुरल नेल्स कमजोर हो जाते हैं

  • एक्सटेंशन के चिपकाने में इस्तेमाल होने वाला ग्लू नाखूनों की बाहरी परत को नुकसान पहुंचाता है, जिससे असली नाखून पतले और कमजोर हो जाते हैं।
Image credits: Pinterest
Hindi

एलर्जी और स्किन रिएक्शन

  • नेल ग्लू या जेल से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। इससे त्वचा में खुजली, जलन या रेडनेस हो सकती है, खासकर उंगलियों के आसपास।
Image credits: Pinterest
Hindi

फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा

  • अगर नेल एक्सटेंशन ठीक से फिट न हों या टूट जाएं तो उनके नीचे नमी जम जाती है, जिससे फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है।
Image credits: Pinterest
Hindi

नेल्स का नेचुरल ग्रोथ साइकल प्रभावित होता है

  • लगातार एक्सटेंशन करवाने से नाखूनों का सामान्य बढ़ना रुक सकता है या दिशा बदल सकती है, जिससे वो टेढ़े-मेढ़े हो सकते हैं।
Image credits: Pinterest
Hindi

नाखूनों में दर्द और जलन

  • गलत तरीके से लगाए गए या समय पर न हटाए गए एक्सटेंशन से नाखूनों में खिंचाव, दर्द और जलन महसूस हो सकती है।
Image credits: Pinterest
Hindi

नेल्स में डिसकलरेशन (पीले या धब्बेदार नाखून)

  • ग्लू और केमिकल्स के लगातार इस्तेमाल से नाखूनों का रंग बदल सकता है, जो देखने में अनहाइजीनिक लगता है।
Image credits: Pinterest
Hindi

महंगे और बार-बार मेंटेनेंस की जरूरत

  • नेल एक्सटेंशन सिर्फ लगाने तक सीमित नहीं हैं, उन्हें हर 15-20 दिन में भरवाना, रीफिल करवाना और संभालना जरूरी होता है – ये समय, पैसा और धैर्य मांगता है।
Image credits: Pinterest

समर में रोज खाएं सस्ता Roasted Chana, मजबूती के साथ मिलेंगे ये 5 फायदे

World Laughter Day: कभी नहीं लटकेगा मुंह, जब जानेंगे हंसने के 7 फायदे

1 नहीं बेल शरबत पीने के हैं 7 फायदे, गर्मियों में पीएं और देखें कमाल

99 किलो की महिला ने खाया स्वादिष्ट भोजन, फिर भी 40 Kg किया वेट लॉस