तिरुपति लड्डू भगवान वेंकटेश्वर को तिरुमला मंदिर, तिरुपति, आंध्र प्रदेश में नैवेद्य के रूप में अर्पित की जाने वाली प्रसिद्ध मिठाई है। चलिए इसके बारे में 10 फैक्ट जानते हैं।
तिरुपति लड्डू तिरुमला वेंकटेश्वर मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर को अर्पित किया जाने वाला प्रसाद है, जो दर्शन करने वाले भक्तों को दिया जाता है।
इसे 2009 में भौगोलिक संकेतक (GI) टैग प्राप्त हुआ।
मंदिर की रसोई में रोजाना 8,00,000 लड्डू बनाने की क्षमता है।
लड्डू चढ़ाने की परंपरा 1715 में शुरू हुई थी।
लड्डू बनाने के लिए बेसन, घी, काजू, इलायची, चीनी, और किशमिश का उपयोग होता है।
लगभग 620 लोग लड्डू बनाने की प्रक्रिया में शामिल होते हैं।
लड्डू तीन प्रकार के होते हैं अस्थानम, कल्याणोत्सवम, और प्रोक्तम लड्डू।
यह अपने अनूठे स्वाद और उच्च गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है। फिलहाल यह लड्डू विवाद से घिरा हुआ है।
तिरुपति में बालाजी के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को दिए जाने वाले लड्डू प्रसादम में 'पशु की चर्बी', 'लार्ड' (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का दावा किया गया है
लड्डू की बिक्री से प्राप्त धन मंदिर के रखरखाव में जाता है।