सोने और चांदी की जरी के काम के लिए जानी जाने वाली बनारसी साड़ी भारत में सबसे बेहतरीन साड़ियों में से एक है। इसे सिल्क, ऑर्गेना, जॉर्जेट और शतीर से बनाकर 5 लाख तक बेचते हैं।
तमिलनाडु की कांजीवरम साड़ी सिल्क के धागे और जरी के काम के लिए जानी जाती है। इन साड़ियों की कीमत करीब 12,000 रुपये से शुरू होकर 5 लाख रुपये तक होती है।
बनारसी साड़ी की तरह ही कडवा कटवर्क साड़ी भी काफी फेमस है। इसे बनाने में कम से कम 2 कारीगरों की होती है। इसकी कीमत 5000 से लेकर 5 लाख तक होती है।
असम की मूंगा मिल्क साड़ी भारत की सबसे महंगी साड़ी के तौर पर जानी जाती है। ये कई सालों तक नई की नई रहती है। असम की ये ट्रेडिशनल साड़ी 2000 से लेकर 2 लाख रुपये तक की मिल जाती है।
ये केरल की पारंपरिक साड़ी काफी प्रसिद्ध है। सुनहरे मोठे बॉर्डर वाली इस साड़ी की कीमत 5000 रुपये से शुरू होकर 6 लाख रुपये तक जाती है।
भारत में पाटन पटोला साड़ी की डिमांड भी खूब होती है। इसका कपड़ा 100 सालों तक भी नया का नया रहता है। पाटन पटोला साड़ी की क़ीमत 3000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक होती है।
इस साड़ी को बुनने में 14 महीने से अधिक का समय लगता है। इसका 200 थ्रेड काउंट वाला बेस लेहरिया पैटर्न बेहद महंगा और खूबसूरत माना जाता है। ये 5000 से 4 लाख रुपये में आती है।