सुहागिनों के 16 श्रृंगार में आलता को खास माना गया है। आलता को लक्ष्मी मां का स्वरूप माना जाता है इसलिए करवा चौथ में पैरों में आलता लगाते समय गलतियां ना करें।
पैरों में आलता कभी भी दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके ना लगाएं। ऐसा करने से आपका सौभाग्य कम होगा।हमेशा उत्तर -पूर्व दिशा में बैठकर ही पैरों में आलता लगाएं।
आलता लगाते समय बीच में कभी नहीं उठाना चाहिए और पूरी एड़ी में रंग भरना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि अधूरा आलता लगाने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं।
आलता सुहागन का श्रृंगार है और पति संग प्रेम संबंध का प्रतीक है इसलिए आलता लगाने के तुरंत बाद कभी भी पैर न धुलें। इसे अपशगुन माना जाता है।
सिंदूर को कभी भी गीले बालों में नहीं लगना चाहिए। बाल जब अच्छी तरह से सूख जाएं तब अपनी मांग भरें। कभी भी दक्षिण दिशा की ओर सिंदूर न लगाएं वरना आपके सुहाग पर संकट छा सकता है।
अगर कभी भी गलती से सिंदूर गिर जाए तो उसे मांग में नहीं भरना चाहिए। आप ऐसे सिंदूर को बरगद के पेड़ के पास रख सकती हैं।
कभी भी किसी अन्य महिला का सिंदूर इस्तेमाल न करें और ना ही किसी दूसरे के पैसे से सिंदूर खरीदने की भूल करें। ऐसा करना एक प्रकार का अपशगुन माना जाता है।