38 में प्रेग्नेंसी में आ सकती हैं ये परेशानियां, जरा संभलकर बनें मां!
Other Lifestyle Feb 29 2024
Author: Shivangi Chauhan Image Credits:social media
Hindi
महिलाओं की प्रजनन क्षमता
हम सभी जानते हैं कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे महिलाओं की प्रजनन क्षमता भी कमजोर होती चली जाती है। इसीलिए 38 के बाद महिलाओं को कई तरह के जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है।
Image credits: pexels
Hindi
मल्टीपल प्रेग्नेंसी का खतरा
इस उम्र में अधिकतर महिलाएं आईवीएफ के जरिए गर्भधारण करती हैं। साथ ही हार्मोनल बदलावों के कारण उम्र बढ़ने पर जुड़वा बच्चे होने की संभावना बढ़ जाती है।
Image credits: pexels
Hindi
डायबिटीज का रिस्क
प्रेग्नेंसी में होने वाले मधुमेह को जेस्टेशनल डायबिटीज कहते हैं। ऐसे में ब्लड शुगर कंट्रोल करना और व्यायाम करना जरूरी है। अगर इसका इलाज न किया तो ये शिशु को नुकसान पहुंचाता है।
Image credits: Getty
Hindi
प्रीमैच्योर डिलीवरी ॉ
35 के बाद मां बनती हैं तो आपकी प्रीमैच्योर या सिजेरियन डिलीवरी होने का अधिक खतरा रहता है। इसमें प्लेसेंटा प्रीविआ जैसी स्थितियों के कारण सी-सेक्शन करवाना पड़ता है।
Image credits: social media
Hindi
मिसकैरेज का खतरा
जैसे-जैसे आपकी आयु जनसंख्या है, आपकी सृजन क्षमता कम होती जा रही है। इस कारण से बड़ी उम्र में गर्भपात या मृत शिशु के जन्म पर गर्भ धारण का खतरा रहता है।
Image credits: social media
Hindi
प्री लाइसेंसेंसी का खतरा
बड़ी उम्र की महिलाओं में प्रेसीडेंटेंसी के दौरान हाई मोटरसाइकिललाड का दाखिला हो सकता है। गर्भाधान के दौरान महिलाओं को नियमित जांच के दौरान शिशु के विकास की जानकारी लेनी चाहिए।