इसमें दो राय नहीं कि सोने से महंगा डायमंड होता है। देखने में भी इसकी चमक मन मोहने वाली होती है। लेकिन सवाल है कि सोना या गोल्ड कौन फ्यूचर के लिए खरीदना फायदेमंद होता है।
सदियों से लोग गोल्ड यानी सोना खरीदना पसंद करते रहे है। इसके पीछे वजह है इसकी कीमत और कुछ भी बननाने की क्षमता। इसे पिघलाकर कोई भी डिजाइन बनाई जा सकती है।
सोने की रीसेल वैल्यू हमेशा ज्यादा रही है। मेकिंग चार्ज काटकर सोने की पूरी वैल्यू इस दिन के रेट के हिसाब से मिल जाती है।
सोना वैसे तो नेचुरल रूप से पीला होता है। एलॉय मिक्स कर रोज गोल्ड, व्हाइट गोल्ड , येलो गोल्ड जैसे मेटल मिला कर अलग रंग दे सकते हैं।
सोने में कई तरह के हैवी डिजाइन बनाए जा सकते हैं। ये खराब भी नहीं होते हैं। कोरोजन का खतरा इसमें नहीं है।यह ड्यूरेबल होता है। इतना ही नहीं इसे रोज पहन सकते हैं।
डायमंड स्टेट सिंबल है। इसे पहन कर लोगों ये दिखाते हैं कि वो काफी अमीर हैं। सोने से डायमंड महंगा होता है।
हालांकि डायमंड रेयर होता है। लेकिन इसे लैब में भी तैयार किया जा रहा है जिसकी वजह से इसकी कीमत तेजी से कम हो रही है।
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डायमंड काफी सख्त होता है। इसलिए सोने की तरह इससे ज्यादा डिजाइन बनाना संभव नहीं होता है। इतना ही नहीं इसे 22 कैरेट सोने में भी नहीं बनाया जा सकता है।
निवेश के हिसाब से देखें तो गोल्ड बेहतर होता है। RBI में भी गोल्ड रिजर्व होता है। यह रेयर मेटल होता है। इसे लैंब में तैयार नहीं किया जा सकता है।