सिंदूर माथे के उस जगह पर लगाया जाता है जहां इमोशन को कंट्रोल करने वाली ग्रंथी मौजूद होती है। यह भावनाओं पर नियंत्रण को बढ़ाता है। सिंदूर यौन क्षमताओं और ब्लड फ्लो को भी बढ़ाता है।
नोज पिन ना सिर्फ खूबसूरती में चार चांद लगाता है, बल्कि सांस लेने के दौरान धूल मिट्टी के साथ आने वाले कीटाणुओं से भी बचाव करता है। इससे श्वसन तंत्र को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।
पायल पैरों की की खूबसूरती में ना सिर्फ इजाफा करता है, बल्कि शरीर से निकले वाली विद्घुत उर्जा वापस शरीर में लौट जाती है। जिससे पैरों में होने वाली परेशानी दूर रहती है।
महिलाएं अलग-अलग ओकेजन पर मेहंदी लगाना नहीं भूलती हैं। यह औषधी के रूम में काम करता है। इससे तनाव दूर होता है और यौन इच्छाओं पर काबू पाया जा सकता है।
ईयर रिंग पहनने से स्किन टाइट रहता है और ग्लो बना रहता है।इसके अलावा कान में छेद कराने से बौद्धिक क्षमता बढ़ती है।
हर महिला की कलाई चूड़ी से शोभित होती है। विज्ञान की मानें तो चूड़ियों के कारण कलाई में एक घर्षण होता है। जिससे कलाइयों में ब्लड फ्लो ठीक रहता है। हाथों का दर्द दूर होता है।
विज्ञान की मानें तो बिछुआ पहनने से गर्भाशय को बल मिलता है। यौन क्षमता बढ़ती है। पीरियड्स में होने वाली परेशानियां में कमी आती है।
मंगलसूत्र महिलाओं में रक्तसंचार को सुचारु बनाकर उनके तनाव और थकान को दूर करने में सहायक होता है। यह सोने का बना होता है शरीर में इसके स्पर्श से सेहत अच्छी बनी रहती है।