टैटू करवाने से स्किन इंफेक्शन और एलर्जी की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं कई गंभीर केस में ये स्किन कैंसर का कारण भी बन सकता है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, टैटू बनवाने के तुरंत बाद व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकता है।
टैटू बनाने के लिए कई बार एक ही सुई इस्तेमाल की जाती है, इससे खून संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
WHO के अनुसार, टैटू करवाने के तुरंत बाद ब्लड डोनेशन करने से एचआईवी और हेपेटाइटिस बी संक्रमण की संभावना भी बढ़ जाती है।
टैटू बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली स्याही बदली नहीं जाती है। यानी इसका इस्तेमाल कई लोगों को किया जाता है, जो संक्रमण का खतरा बढ़ा सकता है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार ब्लड डोनेशन करने के लिए आपको टैटू बनवाने के बाद 6 महीने का इंतजार करना चाहिए।
टैटू बनवाने के बाद किसी भी इंसान को ब्लड डोनेशन करने से पहले अपना ब्लड टेस्ट जरूर करवाना चाहिए और इसके लिए उसे कम से कम 6 महीने का इंतजार करना चाहिए।
सिर्फ टैटू बनवाने वाले लोग ही नहीं बल्कि कान या नाक छिदवाने के बाद भी कम से कम 1 से 2 हफ्ते का इंतजार आपको करना चाहिए और उसके बाद ही आप ब्लड डोनेट करें।