Hindi

मक्खन की तरह मुलायम होती है जामदानी साड़ी, अकबर से जुड़ा है इतिहास

Hindi

जामदानी का अर्थ

जामदानी नाम फारसी 'जाम' से लिया गया है जिसका अर्थ है फूल और दानी जिसका अर्थ है फूलदान। यह नाजुक पैटर्न को दिखाता है। जो इस साड़ी की खासियत है।

Image credits: Instagram
Hindi

जामदानी साड़ी ढाका से है जुड़ा

माना जाता है कि जामदानी की उत्पत्ति वर्तमान बांग्लादेश के ढाका क्षेत्र में हुई थी। आज भी यहां पर कई ऐसे गांव है जहां पर खूबसूरत जामदानी साड़ी को बनाया जाता है।

Image credits: Instagram
Hindi

जामदानी कपड़े का महत्व

जामदानी साड़ियों की बुनाई की कला का पता प्राचीन काल से लगाया जा सकता है। संस्कृत और ग्रीक साहित्य में इसके समान कपड़े का जिक्र है। इसे काफी सम्मान और महत्व दिया जाता है।

Image credits: Instagram
Hindi

मुगल काल में मिली थी अहमियत

जामदानी साड़ी की बुनाई मुगल काल (17वीं से 18वीं शताब्दी) के दौरान चरम पर थी। सम्राट अकबर जामदानी साड़ियों के बड़े प्रशंसक थे। उन्होंने बुनकर को विशेष संरक्षण दिया था।

Image credits: Instagram
Hindi

अकबर काल में जामदानी की आई बहार

अकबर काल में जामदानी की बुनाई में निखार आई। अलग-अलग कठिन डिजाइन इसपर बनाए गये जो देखने में काफी खूबसूरत थे।

Image credits: Instagram
Hindi

खास तकनीक से की जाती है बुनाई

जामदानी साड़ियों की बुनाई विशेषता है। पारंपरिक पिट करघे पर हाथ से इसकी बुनाई होती है।छोटे-छोटे पैटर्न को महीन सूती धागे से कपड़े में हाथ से बुना जाता है।

Image credits: social media
Hindi

पारंपरिक डिजाइन

वर्तमान में जामदानी साड़ियों को आधुनिक रूप दिया गया है। लेकिन अभी भी इसपर ट्रेडिशनल डिजाइन मसलन फूल, पत्तियों और पक्षी को जरूर शामिल किया जाता है।

Image credits: Pinterest
Hindi

यूनेस्को मान्यता

2013 में जामदानी बुनाई को यूनेस्को द्वारा मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता दी गई थी। इस मान्यता ने कला और इसके महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद की है।

Image credits: our own
Hindi

ढाका की इस साड़ी के दीवानी हैं एक्ट्रेस

जामदानी साड़ी की दीवानी है बॉलीवुड की कई एक्ट्रेस। विद्या बालन से लेकर कई एक्ट्रेस जामदानी साड़ी में अपनी खूबसूरती को फ्लॉन्ट करती दिख सकती हैं।

Image credits: Instagram

पटोला लगेंगी जब पहनेंगी रकुलप्रीत के जैसे 8 एथिनक वियर

चेहरे को मिनटों में चमका देगा, इन 8 फल और सब्जी के छिलके ना फेंके

Navratri Day-6: इस रंग की एथनिक ड्रेस पहनकर मां कात्यायनी की करें पूजा

घर ही नहीं, आउटसाइड के लिए भी परफेक्ट है मोनालिसा का फ्लोरल गाउन