सिल्क की बनावट चिकनी, मुलायम और चमकदार होती है। इस साड़ी को शुद्ध सिल्क से तैयार करते हैं। वहीं ऑर्गेंजा लाइट कुरकुरी और कठोर होती है। ये साड़ी काफी पतली और ट्रांसपैरेंट होती है।
सिल्क साड़ियां भारी होती हैं, खासकर कांचीपुरम या बनारसी सिल्क। लेकिन ऑर्गेंजा साड़ियां बहुत हल्की होती हैं। पहनने में बहुत कंफर्टेबल रहती हैं लेकिन यह थोड़ी फूली दिखती हैं।
सिल्क साड़ी नॉर्मली ट्रांसपैरेंट नहीं होती है और इसमें पारदर्शिता बहुत कम होती है। वहीं ऑर्गेंजासाड़ी थोड़ी पारदर्शी होती है, जिससे यह हल्की और नाजुक दिखती है।
सिल्क साड़ी का लुक बहुत शाही, क्लासिक और ट्रेडिशनल लगती है। इसमें चमक होती है, जो इसे रिच लुक देती है। ऑर्गेंजा साड़ी का लुक फूला, हल्का और मॉडर्न होता है। यह ट्रेंडी मानी जाती है।
सिल्क साड़ियां थोड़ी भारी होती हैं और इनका पल्लू अच्छे से संभालना पड़ता है। ऑर्गेंजा साड़ी की हल्की बनावट के कारण इसे संभालना आसान होता है, लेकिन शरीर से अच्छी तरह नहीं लिपटती।
सिल्क साड़ी को शादियों, धार्मिक समारोहों और त्योहारों में पहना जाता है। ये साड़ियां मॉडर्न और पारंपरिक होती हैं। ऑर्गेंजा साड़ी फैशन इवेंट्स और हल्के फंक्शन्स के लिए बेस्ट हैं।
सिल्क की साड़ियां महंगी होती हैं, ये कांचीवरम, बनारसी या प्रीमियम शिल्पकारों ने बनाई हों। ऑर्गेंजा साड़ियां सिल्क के मुकाबले सस्ती होती हैं क्योंकि यह कृत्रिम फाइबर से भी बनती हैं।